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Shyam Saran Negi: प्रथम मतदाता श्‍याम सरन नेगी को किन्‍नौर में अंतिम विदाई, मुख्‍य चुनाव आयुक्‍त घर पहुंचे

India First Voter Shyam Saran Negi आजाद भारत के प्रथम मतदाता 106 वर्षीय श्याम शरण नेगी का देहांत शनिवार को सुबह करीब 3 बजे उनके कल्पा स्थित निवास स्थान पर हुआ। श्याम सरन नेगी पिछले कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे।

By Jagran NewsEdited By: Rajesh Kumar SharmaUpdated: Sat, 05 Nov 2022 07:27 PM (IST)
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भारत के प्रथम मतदाता 106 वर्षीय श्याम शरण नेगी को श्रद्धांजलि देते प्रशासनिक अधिकारी।
रिकांगपिओ, संवाद सहयोगी। India First Voter Shyam Saran Negi, आजाद भारत के प्रथम मतदाता 106 वर्षीय श्याम शरण नेगी का देहांत शनिवार को सुबह करीब 3 बजे उनके कल्पा स्थित निवास स्थान पर हुआ। श्याम सरन नेगी पिछले कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे। श्याम सरन नेगी का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ रिकांगपिओ के पोवारी में सतलुज नदी के तट पर किया गया। इस दौरान पवारी स्थित श्मशानघाट पर श्याम सरन नेगी के पुत्र चंद्र प्रकाश ने मुखाग्नि दी।

मुख्‍य चुनाव आयुक्‍त परिवार से मिले

देश के प्रथम मतदाता के निधन होने की सूचना मिलते ही भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार हेलीकॉप्टर के माध्यम से शाम के 4 बजे किन्नौर जिला के मुख्यालय रिकांगपिओ पहुंचे, रिकांगपिओ से वाहन के द्वारा नेगी के घर कल्पा पहुंचे। मुख्य चुनाव आयुक्त ने चुनाव आयोग के ब्रांड एम्बेसडर रहे प्रथम मतदाता श्याम सरन नेगी की मृत्यु होने पर गहरा शोक प्रकट किया और परिजनों के सांत्वना दी।

अंतिम यात्रा में शामिल हुआ प्रशासन

उपायुक्त किन्नौर आबिद हुसैन सादिक, पुलिस अधीक्षक विवेक चाहल, एसडीएम कल्पा डॉ. मेजर शशांक गुप्ता सहित अन्य अधिकारी उनके निवास स्थान पहुंचे और उनके परिजनों को ढांढस बंधाया। इसके पश्चात सभी उनकी अंतिम यात्रा में भी शामिल हुए। इस अवसर पर पुलिस के जवानों ने हवाई फायर करके उन्हें सलामी भी दी।

तीन दिन पहले किया था मतदान

इस अवसर पर उपायुक्त ने कहा कि यह पूरे भारत के लिए दुखद क्षण हैं। उन्होंने बताया जिला प्रशासन ने श्याम शरण नेगी के अंतिम संस्कार के लिए पूरा प्रोटोकॉल रखा और उन्हें पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। उन्होंने कहा इस विधानसभा चुनाव के लिए भी उनकी पोलिंग स्टेशन पर जाकर मतदान करने की इच्छा थी परंतु स्वास्थ्य ठीक न होने के कारण गत 2 नवंबर को उन्होंने अपने निवास स्थान कल्पा से पोस्टल बैलेट के माध्यम से मतदान किया था। इस दौरान सामान्य चुनाव पर्यवेक्षक तरुण राठी एवं व्यय पर्यवेक्षक मेघा भार्गव भी उपस्थित रहे। उन्होंने भी श्याम सरन नेगी को पुष्पांजलि अर्पित की और दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना की।

कैसे बने थे देश के पहले मतदाता

1 जुलाई 1917 को जिला किन्नौर के कल्पा में जन्मे मास्टर श्याम शरन नेगी ने जब पहली बार अपने मत का प्रयोग किया था तो उसमें वह बतौर अध्यापक सेवाएं दे रहे थे और उनकी ड्यूटी भी चुनावों में लगी हुई थी। भारत के स्वतंत्र होने के बाद पहले आम चुनाव फरवरी 1952 में होने थे परंतु जिला किन्नौर में मौसम बर्फबारी को देखते हुए 5 माह पहले ही सितंबर 1951 में चुनाव करवा दिए गए थे। उस समय श्याम सरन नेगी ने सबसे पहले मतदान किया था तभी से उन्हें देश के प्रथम मतदाता होने का गौरव प्राप्त हुआ था।

2 नवंबर को 34वीं बार किया था मत का प्रयोग

मास्टर श्याम सरन नेगी ने हिमाचल विधानसभा चुनाव के लिए 2 नवंबर को कल्पा में 34वीं बार पोस्टल बेलेट पेपर के माध्यम से मतदान किया था। हालांकि पहले श्याम सरन नेगी ने 12 नवंबर को होने वाले चुनावों में बूथ पर ही जाकर मतदान करने को कहा व परंतु खराब स्वास्थ्य के चलते श्याम सरन नेगी ने अपना मत का प्रयोग घर पर ही किया था। वहीं वर्ष 1951 के बाद मास्टर श्याम सरन नेगी ने अब तक सभी लोकसभा, विधानसभा व पंचायती राज चुनावों में अपना मत का प्रयोग किया है और लोगों को मत का प्रयोग करने के लिए जागरूक भी करते थे।

श्याम सरन नेगी को बनाया था ब्रांड एंबेसडर

नेगी को चुनाव आयोग ने 2014 के आम चुनाव के दौरान ब्रांड एंबेसडर भी बनाया था और 12 जून 2010 को पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त ने उन्हें किन्नौर के कल्पा आकर पहले मतदाता होने पर बधाई भी दी थी।

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