यूक्रेन में रह रहे भारतीयों को स्वदेश लाने की कवायद शुरू, कांगड़ा के दस से 15 बच्चे यूक्रेन में कर रहे पढ़ाई
यूक्रेन में रह रहे भारतीयों को स्वदेश लाने की कवायद चल रही है। यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने वहां पर रह रहे भारतीयों को यूक्रेन छोड़ने के निर्देश दिए हैं। ऐसे में जिला कांगड़ा की पुलिस भी यह पड़ताल कर रही है और डाटा एकत्रित कर रही है।
By Richa RanaEdited By: Updated: Thu, 17 Feb 2022 10:03 AM (IST)
धर्मशाला, जागरण संवाददाता। यूक्रेन में रह रहे भारतीयों को स्वदेश लाने की कवायद चल रही है। यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने वहां पर रह रहे भारतीयों को यूक्रेन छोड़ने के निर्देश दिए हैं। ऐसे में जिला कांगड़ा की पुलिस भी यह पड़ताल कर रही है और डाटा एकत्रित कर रही है कि जिला कांगड़ा से कितने लोग यूक्रेन में हैं। यह डाटा इस लिए पुलिस प्रशासन एकत्रित कर रहे हैं ताकि यहां से भी डाटा एकत्रित करके वहां पर रह रहे लोगों को सुरक्षित स्वदेश लाया जा सके। बताया जा रहा है कि कुछ लोग नौकरी के सिलसिले में वहां गए हैं तो कुछ स्टडी करने के लिए तो कुछ लोग वहां पर रह रहे हैं।
इन सभी लोगों का डाटा एकत्रित किया जा रहा है। ऐसे में कांगड़ा पुलिस उन लोगों की पड़ताल करवा रही है जो यूक्रेन में रहते हैं ताकि वहां से लोगों को सुरक्षित स्वदेश लाया जा सके और स्वदेश लाने के लिए जल्दी से जल्दी कोई न कोई उचित कदम उठाए जा सकें। यहां पर डाटा एकत्रित होने से यह भी पता चल सकेगा कि स्वदेश के लोग यूक्रेन के किस शहर व स्थल पर रहे हैं। अगर रूस व यूक्रेन में युद्ध होता है तो युद्ध से पहले स्वदेशी नागरिकों को सुरक्षित घर पहुंचाया जा सके।
बच्चे नहीं छोड़ना चाहते अभी यूक्रेन
जिला कांगड़ा के जो बच्चे यूक्रेन में पढ़ाई करने के लिए गए हैं उनके स्वजनों व बच्चों से पुलिस प्रशासन की बात हुई है। बच्चे अभी तक यूक्रेन को नहीं छोड़ना चाहते व वहीं रहना चाहते हैं। उन्हें वहां अभी कोई खतरा नहीं लग रहा है। वहीं बच्चों का यह भी कहना है कि फ्लाइट का खर्चा भी ज्यादा है, इस लिए अभी यूक्रेन में ही रूकेंगे।
यह बोले पुलिस अधीक्षक
पुलिस अधीक्षक डा. खुशहाल शर्मा ने बताया कि यूक्रेन के भारतीय दूतावास ने भारतीयों को यूक्रेन छोड़ने के निर्देश दिए हैं। ऐसे में कांगड़ा पुलिस भी यहां के लोगों का डाटा एकत्रित कर रही है जो इस वक्त यूक्रेन में फंसे हैं। उन्होंने बताया यूक्रेन में 10 से 15 बच्चे जिला कांगड़ा के वहां पढ़ाई कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि कुछ बच्चों के स्वजनों से बात हुई है बच्चे कह रहे हैं कि वहां सब ठीक है अभी नहीं आना चाहते। हालांकि फ्लाइट का खर्चा भी ज्यादा है। बच्चे वहां पर स्थिति ठीक होने की बात कह रहे हैं और कह रहे हैं यूक्रेन को अभी नहीं छोड़ेंगे।
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