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Karwa Chauth 2022: नवविवाहित महिलाओं के लिए शुभ नहीं करवा चौथ व्रत, इस तरह करें पूजा

Karwa Chauth 2022 नवविवाहिताओं के लिए यह करवा चौथ निषेध है यानी कि अपने पति की रक्षा के लिए रखा जाने वाला पहला व्रत नहीं रखा जा सकता। दूसरी तरफ जो सुहागिनें किन्हीं कारणों से उस व्रत का उद्यापन नहीं कर पाएंगी।

By Jagran NewsEdited By: Rajesh Kumar SharmaUpdated: Wed, 12 Oct 2022 11:54 AM (IST)
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नवविवाहिताओं के लिए यह करवा चौथ निषेध है

गगरेट, संवाद सहयोगी। Karwa Chauth 2022, नवविवाहिताओं के लिए यह करवा चौथ निषेध है यानी कि अपने पति की रक्षा के लिए रखा जाने वाला पहला व्रत नहीं रखा जा सकता। दूसरी तरफ जो सुहागिनें किन्हीं कारणों से उस व्रत का उद्यापन यानी कि भविष्य में इस व्रत को नही रखना चाहती वो भी इस व्रत का उद्यापन नहीं कर पाएंगी। सोलन के धर्मपुर से संबंधित ज्योतिषाचार्य पवन शुलनी ने बताया कि शुक्र ग्रह साधन संपन्‍नता और गृहस्थी का कारक है, ऐसे में यदि वो ग्रह ही अस्त हो जाए तो तमाम नए कार्य इस अवधि के दौरान नहीं किए जाते।

नव नवेली दुल्‍हनें इस तरह करें पूजा

शास्त्रानुसार शुक्र ग्रह को ऐसे कार्यों के लिए सबसे ज्यादा अधिमान दिया जाता है। इस करवा चौथ नव नवेली दुल्हनें माता गौरी, शिव शक्ति की पूजा करें और शिव मंदिर में नंदी बैल की पूजा करना शुभ रहेगा। पवन शुलनी ने बताया कि ये एक परम्परागत त्योहार है और लोकमान्यता पर आधारित है।

गुलाब इत्र से बढ़ेगा प्रेम

पति इस दिन अपनी पत्नियों को सुहाग का सामान खरीद कर दें विशेषकर गुलाब फ्लेवर का इत्र तो दोनों में दाम्पत्य जीवन में प्रेम बढ़ेगा। इस दिन पति भी पत्नियों के साथ व्रत करें इससे आपसी सामंजस्य और दोनों के मनोभाव एक जैसे होंगे।

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विवाहित महिलएं सुबह जल्‍दी उठकर करें श्रृंगार

हर वर्ष कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को करवा चौथ व्रत होता है। विवाहित महिलाएं सुबह जल्दी उठकर स्नान व सिंगार कर व्रत का संकल्प लेती हैं और रात को चांद का दीदार करने के बाद उपवास तोड़ती हैं। इस बार शुक्र अस्त होने के कारण वही महिलाएं व्रत कर सकती हैं जो पहले से रख रही हैं।

ये रहेगा पूजा मुहूर्त

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हिंदू धर्म में कोई भी व्रत उदया तिथि के आधार पर निर्धारित होता है। ऐसे में करवाचौथ व्रत वीरवार को होगा। पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 4:08 से 5:50 तक है। विवाहित महिलाएं दिन के अभिजीत मुहूर्त में भी पूजा कर सकती हैं। यह मुहूर्त 11:21 से 12:07 तक है। करवाचौथ पर चंद्रोदय रात 8:09 पर होगा। बाजारों में नवरात्र के बाद अब करवाचौथ व्रत पर भी मंदी है। महिलाओं की भीड़ चूड़ियों की दुकानों के अलावा कहीं भी दिखाई नहीं दे रही है।

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