यहां राजा जगत सिंह ने लगाया था बाग तब से इस क्षेत्र का नाम पड़ गया राजा का बाग
नूरपुर का गांव राजा का बाग अपने आप में एक इतिहास को संजोए हुए है। यूं ही इस जगह का नाम राजा का बाग नहीं पड़ गया इसके पीछे एक समृद्ध इतिहास व घटना छिपी हुई है। घने जंगलों में राजा जगत सिंह का एक विशाल किला था।
जसूर, अश्वनी शर्मा। उपमंडल नूरपुर का गांव राजा का बाग अपने आप में एक इतिहास को संजोए हुए है। यूं ही इस जगह का नाम राजा का बाग नहीं पड़ गया, इसके पीछे एक समृद्ध इतिहास व घटना छिपी हुई है।
पूर्वकाल में नूरपुर रियासत के राजा रहे राजा जगत सिंह माओगढ़ के तहत आते इस गांव में बेशुमार राजसी भूमि थी। राजा जगत सिंह बागवानी में विशेष रुचि रखते थे। पास ही पड़ते नगलाहड गांव और बरंडा गांव के बीचोंबीच पड़ते माओ के घने जंगलों में राजा जगत सिंह का एक विशाल किला था।
राजा जगत सिंह शिकार के बेहद शौकीन थे और अक्सर माओ गढ़ के जंगल में शिकार करने के बाद राजा जगत सिंह अक्सर अपने बगीचे में आराम करने के लिए रुकते थे। यहां उन्होंने आराम करने के लिए एक भव्य विश्राम गृह बनवाया था और बगीचे की सिंचाई के लिए एक विशाल कुएं का भी निर्माण किया था, जिसमें बैलों को जोतकर भूमि की सिंचाई की जाती थी। यह कुआं आज भी बगीचे में मौजूद है। हजारों कनाल भूमि में फैले इस बगीचे में फलदार पोधे आम, लीची, संतरा, लुगाठ , नाशपाती , अमरूद आदि तरह तरह के फलदार पेड़ होते थे। इस विशाल एवं भव्य बगीचे के कारण ही बाद में इस गांव का नाम राजा का बाग पड़ गया।
धीरे-धीरे सिकुड़ गया राजा का बाग
आजादी के बाद सैकड़ों कनाल भूमि काटल परिवारों के नाम हुई। उसके बाद 1971 में पौंग बांध बनने के कारण यहां अनेक विस्थापितों ने जमीन खरीदी और यहां बस गए । समय की धारा और बढ़ती आबादी के कारण धीरे धीरे बगीचा सिकुड़ता गया। लेकिन आज भी राजा जगत सिंह के उस बगीचे , भवन और पुराने कुएं के अवशेष मौजूद है जोकि 1641 ईस्वी की यादों को अपने में संजोए हुए हैं।
राजा का बाग माओ गढ़ और राजा जगद सिंह के इतिहास को समटे है
माओ गढ़ की याद संजोए रखने के लिए पूर्व में नूरपुर के विधायक और पूर्व कांग्रेस सरकारों में विभिन्न मंत्रालयों में कैबिनेट मंत्री रहे स्वर्गीय सत महाजन ने राजा का बाग में माओ के किले की शैली में माओ फोर्ट नाम से अपना होटल बनाया जो आज भी कार्यरत है। वर्तमान में उनके बेटे जिला कांग्रेस के अध्यक्ष एवं नूरपुर के पूर्व विधायक अजय महाजन का यहां अपना घर भी है। यहां वह परिवार सहित रहते है और यहां से वह अपनी राजनीति का संचालन करते हैं । राजा का बाग गांव माओ गढ़ और राजा जगत सिंह के इतिहास की अनेक यादों की आज भी अपने में समेटे हुए है।