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'मां सिर्फ जन्म नहीं देती, जरूरत पड़ने पर...', माताओं ने किडनी देकर बचा लिए जिगर के टुकड़े, पढ़िए ममता की कहानी

Himachal News टांडा मेडिकल कॉलेज के विशेषज्ञों ने दो माह पहले भी दो रोगियों के किडनी ट्रांसप्लांट ऑपरेशन किए थे। 27 अगस्त को दोनों के किडनी ट्रांसप्लांट के सफल ऑपरेशन हुए। पालमपुर के अंद्रेटा के 29 वर्षीय अंकुश को 63 वर्षीय माता ने किडनी दी। अंकुश लंबे से डॉयलिसिस पर था। 34 वर्षीय अंकुश को भी 57 वर्षीय उसकी माता ने किडनी दी।

By Jagran News Edited By: Sushil Kumar Updated: Thu, 29 Aug 2024 02:37 PM (IST)
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Kidney Transplant: माताओं ने किडनी देकर बचाई बेटे की जान।

जागरण संवाददाता, टांडा (कांगड़ा)। मां जन्म ही नहीं देती जरूरत पड़ने पर जिगर के टुकड़ों को बचाने के लिए जान पर भी खेल जाती है। डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कालेज एवं अस्पताल कांगड़ा स्थित टांडा में दो माताओं ने किडनी देकर जिगर के टुकड़ों की जान बचाई। किडनी ट्रांसप्लांट सर्जन डॉ. अमित शर्मा, नेफ्रोलाजी विभाग के अध्यक्ष ड. अभिनव राणा ने अपनी टीम के साथ ऑपरेशन किए।

पीजीआइ चंडीगढ़ के किडनी ट्रांसप्लांट विभाग के अध्यक्ष डॉ. आशीष शर्मा टांडा मेडिकल कालेज के विशेषज्ञों की मदद के लिए विशेष रूप से यहां आए थे। हिमाचल में किडनी ट्रांसप्लांट करने वाला टांडा मेडिकल कालेज इस समय प्रदेश का इकलौता संस्थान हैं। आइजीएमसी में अभी किडनी ट्रांसप्लांट के ऑपरेशन बंद हैं और एम्स बिलासपुर में अभी यह सुविधा शुरू नहीं हो पाई है।

दोनों युवकों की हालत में सुधार

टांडा मेडिकल कालेज के विशेषज्ञों ने दो माह पहले भी दो रोगियों के किडनी ट्रांसप्लांट ऑपरेशन किए थे। 27 अगस्त को दोनों के किडनी ट्रांसप्लांट के सफल ऑपरेशन हुए। पालमपुर के अंद्रेटा के 29 वर्षीय अंकुश को 63 वर्षीय माता ने किडनी दी। अंकुश लंबे से डायलिसिस पर था।

34 वर्षीय अंकुश को भी 57 वर्षीय उसकी माता ने किडनी दी। वह कांगड़ा के तरखानगढ़ गांव डाकघर हारजलाड़ी का रहने वाला है। विशेषज्ञों ने बताया कि दोनों युवकों की हालत में लगातार सुधार हो रहा है। दोनों आइसीयू वार्ड में उपचाराधीन हैं।

किडनी ट्रांसप्लांट विभाग, नेफ्रोलाजी व एनेस्थीसिया विभाग की टीम ने पीजीआइ चंडीगढ़ के किडनी ट्रांसप्लांट विभाग के एचओडी डॉ. आशीष शर्मा की निगरानी में दो रोगियों के किडनी ट्रांसप्लांट किए हैं। सफल आपरेशन के लिए पूरी टीम को बधाई।

-डॉ. मिलाप शर्मा, प्राचार्य टांडा मेडिकल कालेज।

ये है ऑपरेशन करने वाली टीम

दोनों किडनी रोगियों का आपरेशन मेडिकल कालेज के तीन विभागों की टीमों ने मिलकर किया। पीजीआइ चंडीगढ़ के किडनी ट्रांसप्लांट विभाग के अध्यक्ष डॉ. आशीष शर्मा, टांडा के किडनी ट्रांसप्लांट विभाग के विशेषज्ञ डॉ. अमित शर्मा, नेफ्रोलाजी विभाग के अध्यक्ष डॉ. अभिनव राणा, एनेस्थीसिया विभाग की अध्यक्ष डॉ. शैली राणा, डॉ. श्याम भंडारी, डॉ. धीरज शिंगला, नर्सिंग टीम, किडनी ट्रांसप्लांट समन्वयक, आपरेशन थियेटर असिस्टेंट, ओटी व आइसीयू नर्सिंग स्टाफ शामिल रहा।

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