मंदिर न्यास के गैर सरकारी सदस्यों ने भी खोला मोर्चा
शक्तिपीठ ज्वालामुखी मंदिर में जाति विशेष के दो कर्मचारियों को नियुक्त
By JagranEdited By: Updated: Fri, 19 Mar 2021 10:33 PM (IST)
संवाद सहयोगी, ज्वालामुखी : शक्तिपीठ ज्वालामुखी मंदिर में जाति विशेष के दो कर्मचारियों को नियुक्त करने के विरोध में विश्व हिदू परिषद व समाजसेवी संस्थाओं के बाद मंदिर न्यास ज्वालामुखी के नौ गैर सरकारी सदस्यों ने भी प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। जेपी दत्ता, शशि चौधरी, त्रिलोक चौधरी, देशराज भारती, सौरव शर्मा, मधुसूदन शर्मा, कृष्ण स्वरूप, एसके शर्मा व प्रशांत शर्मा ने बताया कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में जाति विशेष के दो कर्मचारियों सहित अन्य लोग भी नियुक्त किए गए थे। मंदिर न्यास ज्वालामुखी के सदस्यों ने जाति विशेष के दो कर्मचारियों को मंदिर में नियुक्त करने का शुरू से ही विरोध किया था।
उन्होंने कहा कि वे किसी व्यक्ति को रोजगार देने के विरोध में नहीं थे लेकिन जाति विशेष के दो लोगों को रखने पर विरोध कर रहे हैं। कई बार मंदिर न्यास की बैठकों में प्रस्ताव पारित कर एसडीएम ज्वालामुखी के माध्यम से उपायुक्त, मुख्यमंत्री व राज्यपाल को भेजे गए कि अन्य कर्मचारियों को नियमित किया जाए और जाति विशेष के दो कर्मचारियों को अन्य संस्थान में नियुक्ति दी जाए ताकि कोई बवाल न करे। आरोप लगाया कि प्रशासन ने उनके प्रस्तावों को दरकिनार कर जाति विशेष के दो कर्मचारियों को भी अन्य की तरह नियमित कर मंदिर में तैनात कर दिया। इस पर कई समाजसेवी संस्थाएं भड़क गईं और प्रदेशभर में इसका विरोध शुरू कर दिया। विधायक एवं राज्य योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष रमेश धवाला ने भी शुरू से ही जाति विशेष के दो कर्मचारियों को अन्य विभाग में भेजने का प्रस्ताव रखा था ताकि अन्य कर्मचारियों को नियमित करने की प्रक्रिया पूरी हो सके। इसके बावजूद प्रशासन ने किसी को भी विश्वास में न लेकर जाति विशेष के दो कर्मचारियों को नियमित कर मंदिर में तैनात कर दिया।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।