Move to Jagran APP

Himachal Govt School: शिक्षिका के प्रयास से दो से 90 पहुंची बच्चों की संख्या, जानिए क्‍या बदलाव कर पाई सफलता

Himachal Govt School एक शिक्षिका के प्रयास ने उसके स्कूल को हिमाचल प्रदेश के अन्य सरकारी स्कूलों के लिए प्रेरणास्रोत बना दिया है। शिक्षा खंड रक्कड़ के तहत प्राथमिक पाठशाला अपर भड़ोली में वर्ष 2016 में मात्र दो बच्चे थे।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Updated: Sat, 11 Sep 2021 12:08 PM (IST)
Hero Image
शिक्षा खंड रक्कड़ के तहत प्राथमिक पाठशाला अपर भड़ोली की मुख्याध्यापिका सुनीता शर्मा
ज्वालामुखी, प्रवीण शर्मा। Himachal Govt School, एक शिक्षिका के प्रयास ने उसके स्कूल को हिमाचल प्रदेश के अन्य सरकारी स्कूलों के लिए प्रेरणास्रोत बना दिया है। शिक्षा खंड रक्कड़ के तहत प्राथमिक पाठशाला अपर भड़ोली में वर्ष 2016 में मात्र दो बच्चे थे। स्कूल बंद होने के खतरे को देखते हुए मुख्याध्यापिका सुनीता शर्मा ने कुछ ऐसा किया कि इसकी तस्वीर ही बदल गई। आज स्कूल में 90 विद्यार्थी पढ़ाई कर रहे हैं। कोरोना काल में बच्चे स्कूल तो नहीं आ रहे हैैं लेकिन इनकी संख्या बढ़ी है।

वर्ष 2016 में सुनीता शर्मा का तबादला अपर भड़ोली स्कूल में हुआ। बच्चों की संख्या कम होने के कारण स्कूल बंद होने की टाप सूची में था। उन्होंने अक्टूबर 2016 में आम इजलास बुलाकर पंचायत प्रतिनिधियों से बीपीएल परिवारों के बच्चों की जानकारी मांगी। पंचायत प्रतिनिधियों के सहयोग से इस पर काम शुरू हुआ। उन्होंने निजी स्कूलों की तर्ज पर बच्चों को सुविधाएं दी और स्मार्ट क्लासरूम भी बनवाया। इसके अलावा निजी स्कूलों की तर्ज पर प्री नर्सरी कक्षाएं चलाई और अपना ड्रेस कोड भी बनाया।

सरकारी स्कूलों में ड्राइंग की कक्षाएं छठी से शुरू होती हैं, लेकिन अपर भड़ोली में नर्सरी से शुरू कर दी हैैं। सुनीता आए दिन पंचायत प्रतिनिधियों व विभागीय अधिकारियों की बैठक भी करवाती थीं। बच्चे पढ़ाई के साथ खेलों की तरफ भी ध्यान दें, इसके लिए सुनीता ने बैडमिंटन कोर्ट बनवाया।

चार साल की मेहनत से संवारा स्‍कूल

तत्कालीन मुख्याध्यापिका प्राथमिक पाठशाला अपर भड़ोली सुनीता शर्मा ने कहा चार साल की मेहनत से लोगों के सहयोग से स्कूल को संवारा। बच्चों को निजी स्कूलों से बेहतर शिक्षा व सुविधाएं देने का प्रयास किया। प्रदेश के हर स्कूल को बच्चों की संख्या बढ़ाने के साथ गुलजार किया जा सकता है।

अन्‍य स्‍कूलों को भी करने चाहिएं प्रयास

खंड शिक्षा अधिकारी रमेश राणा ने कहा अध्यापिका सुनीता व लोगों के सहयोग से अपर भड़ोली स्कूल में छात्रों की संख्या सराहनीय है। स्कूल ने बच्चों की संख्या दो से 90 पहुंचाई है। अन्य स्कूलों में भी ऐसे प्रयास होने चाहिए।

शिक्षा मंत्री ने भी की तारीफ

शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा अपर भड़ोली स्कूल ने बेहतर कार्य किया है। इसके लिए हमारी तरफ से बधाई। मैं स्वयं स्कूल में जाना चाहूंगा। प्रदेशभर के स्कूलों में ऐसा कार्य होना चाहिए, जो सरकार से बनेगा करेगी। स्कूल में दो से बढ़कर 90 बच्चों का दाखिल होना तारीफ योग्य है।

क्‍या कहती हैं मौजूदा मुख्‍य अध्यापिका

प्राथमिक पाठशाला अपर भड़ोली की मुख्याध्यापिका मीरा गुप्ता का कहना है हमारा स्कूल प्रदेश के हजारों स्कूलों में से एक है। बच्चों की संख्या बढऩा तत्कालीन मुख्याध्यापिका सुनीता शर्मा के प्रयास का फल है। हम यह सुधार जारी रखेंगे।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।