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प्रथम नवरात्र पर भलेई मंदिर में एक हजार भक्तों ने नवाया शीश

शारदीय नवरात्रों के प्रथम नवरात्र पर आज जिला चंबा के सुप्रसिद्ध मंदिरों में शुमार व एतिहासिक भद्रकाली भलेई माता मंदिर में सैंकड़ों भक्तों ने शीश नवाया। हालांकि बीते वर्षों की तरह तो मंदिर में भक्तों की लंबी कतारें नहीं लगी।

By Richa RanaEdited By: Updated: Sat, 17 Oct 2020 04:01 PM (IST)
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चंबा के सुप्रसिद्ध मंदिरों में शुमार व एतिहासिक भद्रकाली भलेई माता मंदिर में सैंकड़ों भक्तों ने शीश नवाया।
डलहौजी, जेएनएन। शारदीय नवरात्रों के प्रथम नवरात्र पर आज जिला चंबा के सुप्रसिद्ध मंदिरों में शुमार व एतिहासिक भद्रकाली भलेई माता मंदिर में सैंकड़ों भक्तों ने शीश नवाया। हालांकि बीते वर्षों की तरह तो मंदिर में भक्तों की लंबी कतारें नहीं लगी। परंतु  आज सुबह से ही थोड़ी-थोड़ी संख्या में भक्त दर्शनों के लिए पहुंचने लगे थे और भक्तों के आने का क्रम देर शाम तक चलता रहा।

मंदिर में पहुंच रहे भक्त भी कोरोना से बचाव हेतु सुरक्षा मानदंडों की अनुपालना करते दिखे। मंदिर में इस वर्ष के पहले शारदीय नवरात्रे पर लगभग एक हजार भक्तों ने शीश नवाकर माता भलेई का आर्शीवाद प्राप्त किया। निर्धारित दूरी पर कतार में खड़े होकर अपनी बारी आने का इंतजार करने के बाद ही भक्तों ने मंदिर के प्रवेश द्वार पर लगाई गई हैंड सैनेटाईजर मशीनों से हाथों को सैनिटाईज करने के उपरांत मंदिर के गर्भगृह के बाहर से ही मां भद्रकाली के दर्शन कर मां का आर्शीवाद ग्रहण किया। प्रथम नवरात्रे पर डलहौजी विधानसभा हलके की विधायक आशा कुमारी ने भी भलेई मंदिर में शीश नवाकर मां भद्रकाली भलेई का आर्शीवाद ग्रहण किया। वहीं कोरोना संकट से बचाव हेतु मंदिर प्रबंधक समिति द्वारा मंदिर परिसर में की गई व्यवस्थाओं का जायजा लेते हुए समुचित व्यवस्थाओं के लिए मंदिर प्रबंधक समिति की सराहना की।

कोरोना से बचाव उपायों की अनुपालना के मद्देनजर शीश नवाने आए श्रद्धालुओं के माथे पर न तो तिलक लगाया जा रहा है और न ही प्रसाद दिया जा रहा है। भक्तों के लिए भी मंदिर में प्रसाद चढ़ाने की मनाही है। आज प्रथम नवरात्र पर मंदिर प्रबंधक समिति के अध्यक्ष कमल ठाकुर, प्रचार सचिव अमर चंद शर्मा, उपाध्यक्ष राजकुमार ठाकुर सहित समिति कार्यकारिणी सदस्यों ने मंदिर के मुख्य पुजारी डॉक्टर लोकी नंद शर्मा की देखरेख में मंदिर में कलश स्थापना व ध्वजारोहण किया।

इसके उपरांत मंदिर में पंडित लोकी नंद शर्मा की देखरेख में दुर्गासप्तशती के पाठ का विधिवत्त शुभारंभ हुआ। मंदिर प्रबंधक समिति के निर्णय अनुसार प्रथम नवरात्र से शुरू हुए दुर्गासप्तशती के पाठ को भक्तजन रोजाना सुबह सात बजे से सुबह नौ बजे लाऊडस्पीकर के माध्यम से भी श्रवण कर सकेंगे। जिसके लिए मंदिर परिसर से लेकर खई गला तक विभिन्न स्थानों पर लाऊड स्पीकर भी लगाए गए हैं। उधर मंदिर प्रबंधक समिति द्वारा मंदिर को रोजाना दिन में चार से पांच मर्तबा सोडियम हाइपोक्लोराईड का छिड़क़ाव कर सैनिटाइज भी करवाया जा रहा है।

भलेई मंदिर प्रबंधक समिति के अध्‍यक्ष कमल ठाकुर मंदिर में प्रथम नवरात्र पर कोरोना से बचाव उपाय अपनाते हुए लगभग एक हजार भक्तों ने प्रथम नवरात्र पर शीश नवाया। जबकि मंदिर में कलश स्थापना व ध्वजारोहण के उपरांत दुर्गासप्तशती के पाठ का भी शुभारंभ हुआ। मंदिर प्रबंधक समिति के पहले लिए गए निर्णय अनुसार प्रथम नवरात्रे पर भंडारा आयोजित नहीं किया गया है। जबकि सरकार द्वारा मंदिरों में नवरात्रों के दौरान भंडारों के आयोजन की छूट दिए जाने के बाद मंदिर प्रबंधक समिति को प्रशासन की और से जैसे आदेश मिलेंगे वैसे ही समिति की बैठक कर कार्यकारिणी सदस्यों से चर्चा के बाद भंडारों का आयोजन करने अथवा न करने का निर्णय लिया जाएगा।

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