हिमाचल: यहां पहली बार पानी भरते ही टूट गया पंचायत में ढाई लाख से बनाया सिंचाई टैंक, पढ़ें पूरा मामला
Panchayat Irrigation Tank Damage हिमाचल प्रदेश के जिला सोलन में विकास खंड धर्मपुर की ग्राम पंचायत पट्टाबरौरी के वार्ड एक घडय़ाण में पंचायत स्कीम के तहत करीब 10 दिन पहले बनाया सिंचाई टैंक एक भी बरसात नहीं झेल पाया।
By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Updated: Tue, 31 Aug 2021 09:39 AM (IST)
सुबाथू, संवाद सूत्र। Panchayat Irrigation Tank Damage, हिमाचल प्रदेश के जिला सोलन में विकास खंड धर्मपुर की ग्राम पंचायत पट्टाबरौरी के वार्ड एक घडय़ाण में पंचायत स्कीम के तहत करीब 10 दिन पहले बनाया सिंचाई टैंक एक भी बरसात नहीं झेल पाया। ग्रामीणों को सिंचाई सुविधा प्रदान करने के लिए करीब ढाई लाख की लागत से बने टैंक की दीवारें सोमवार को पहली बार पानी भरते ही टूट गईं। टैंक बनाने के लिए उपयोग में लाई गई सामग्री पर ग्रामीणों ने सवाल उठाते हुए जिला प्रशासन से जांच की मांग की है।
घडय़ाण की वार्ड सदस्य कृष्णा देवी सहित स्थानीय निवासी गीताराम, नानकचंद, योगराज, देशराज व दीपराम का आरोप है कि सिंचाई टैंक कार्य में पूरी तरह से अनियमिताएं बरती गई हैं। उन्होंने कहा कि 10 दिन के भीतर टैंक टूटना पूरी तरह से सरकारी धन का दुरुपयोग किया जाना है, जिसके लिए जांच बैठाना जरूरी है। वार्ड सदस्य कृष्णा देवी ने कहा है कि सिंचाई टैंक उनकी व ग्रामीणों की सहमति से नही बनाया गया है। उन्होंने पंचायत अधिकारियों से मामले की जांच करने की मांग उठाई है।
उपप्रधान रंजीत सिंह का कहना है कि सिंचाई टैंक जमीन धंसने से टूटा है। उन्होंने अभी तक पंचायत से कोई धन नहीं लिया है। ग्रामीणों की एनओसी के बाद टैंक निर्माण कार्य शुरू किया गया। ऐसे में पंचायत अधिकारी टैंक में इस्तेमाल होने वाली समाग्री की जांच कर सकते है।
उधर, प्रधान हरीश कौशल का कहना है कि सिंचाई टैंक के पूरी तरह से सूखने से पहले कुछ शरारती तत्वों ने इसमें साथ लगते चेक डैम का पानी छोड़ दिया। इस कारण सिंचाई टैंक की दीवारें टूट गई। इसे जल्द दोबारा बनाया जाएगा।
इस तरह टैंक के टूट जाने के बाद लोग पंचायतों में किए जा रहे कार्यों पर सवाल उठा रहे हैं। प्रदेशभर की अधिकतर पंचायतों में विकास कार्यों की गुणवत्ता पर सवाल उठते रहे हैं। अब एक और उदाहरण सामने आया है।
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