ब्रॉडगेज नहीं होगा पठानकोट जोगेंद्रनगर रेल ट्रैक
पठानकोट-जोगेंद्रनगर को नेरोगेज से ब्रॉडगेज की मांग और बात को रेल मंत्री पीयूष गोयल ने विराम दे दिया है।
जेएनएन, धर्मशाला। पठानकोट-जोगेंद्रनगर रेल ट्रैक को ब्रॉडगेज करने की बात पर रेल मंत्री पीयूष गोयल ने विराम दे दिया है। उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि ट्रैक को ब्रॉडगेज करने से इसकी सुंदरता समाप्त हो जाएगी। ट्रैक को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाएगा और रेलगाड़ियों की गति बढ़ाई जाएगी। रेल मंत्री ने रविवार को शिमला-कालका और पठानकोट-जोगेंद्रनगर ट्रैक का हवाई निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी थे।
निरीक्षण के बाद धर्मशाला में पत्रकारों से बातचीत में पीयूष गोयल ने कहा कि पठानकोट-जोगेंद्रनगर ट्रैक के अध्ययन से यह बात स्पष्ट हो गई है कि इसकी स्थिति बहुत खराब है और यहां चलने वाली रेलगाड़ियों की स्पीड बढ़ाई जाएगी। कहा कि 164 किलोमीटर लंबे पठानकोट-जोगेंद्रनगर ट्रैक पर रेलगाड़ियों में अभी नौ घंटे का समय लगता है और इस कारण लोग सफर करना पसंद नहीं करते हैं।
मंत्री ने कहा, अगले 100 दिन के भीतर रेलगाड़ियों की स्पीड बढ़ाई जाएगी और यह सफर छह घंटे का किया जाएगा। इसके अलावा रेलवे विभाग ड्रोन की मदद से सर्वे करेगा। कुछेक स्टेशनों को छोड़कर अन्य सभी स्थानों पर रेलगाड़ियों की अधिकतम व न्यूनतम गति निर्धारित की जाएगी। बकौल पीयूष गोयल, शिमला- कालका रेलमार्ग की तर्ज पर पठानकोट-जोगेंद्रनगर ट्रैक पर भी पारदर्शी कोच चलाए जाएंगे। साथ ही अतिरिक्त स्पेशल ट्रेनें भी चलाई जाएंगी। उधर, सांसद शांता कुमार ने बताया कि उन्हें अभी तक इस बाबत जानकारी नहीं है। कहा कि दिल्ली जाकर और पूरी जानकारी लेकर ही प्रतिक्रिया देंगे।
नियमित दौड़ेगा भाप इंजन
पठानकोट-जोगेंद्रनगर व शिमला-कालका ट्रैक पर विभाग नियमित रूप से भाप इंजन चलाएगा। इसमें बच्चों को सैर भी करवाई जाएगी, ताकि उन्हें पता चल सके कि देश में सबसे पहला रेल इंजन कैसा था।