मनरेगा कार्य की तीन साल बाद भी नहीं मिली पेमेंट
payment of Manrega work not given मनरेगा कार्यों में ट्रैक्टर के माध्यम से रेत-बजरी के फेरे लगाने के बाद आजतक मालिक को पेमेंट नहीं मिली है।
By Rajesh SharmaEdited By: Updated: Wed, 03 Apr 2019 04:17 PM (IST)
जवाली, जेएनएन। उपमंडल जवाली के तहत पंचायत ङ्क्षसयुनी में मनरेगा सहित 14वें वित्त आयोग के कार्यों में ट्रैक्टर के माध्यम से रेत-बजरी के फेरे लगाने के बाद आजतक मालिक को पेमेंट नहीं मिली है। पेमेंट के लिए ट्रैक्टर मालिक पंचायत सहित खंड विकास कार्यालय नगरोटा सूरियां में शिकायत कर चुके हैं। बग्गा निवासी कीकर ङ्क्षसह पुत्र बेली राम ने बताया उसने पंचायत कार्यों में 2016 में रेत-बजरी के 45 फेरे लगाए थे, जिसकी पेमेंट करीब 62,900 रुपये बनती है।
इसकी शिकायत उसने पंचायत कार्यालय में की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो पाई। बाद में इसकी शिकायत खंड विकास अधिकारी नगरोटा सूरियां में 10 जनवरी 2019 को की गई। फिर भी कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद 26 मार्च 2019 को दोबारा खंड विकास अधिकारी नगरोटा सूरियां में शिकायत की, जहां तक कि जनमंच में शिकायत की गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। कीकर सिंह ने कहा कि वह गरीब है तथा ट्रैक्टर के माध्यम से ही परिवार का पालन-पोषण करता है, लेकिन पेमेंट न मिलने के कारण वह और परिवार तनाव में है।
आरोप लगाया कि पंचायत प्रधान एक ही बात कहती है कि आपने काम नहीं किया है और न ही बैंडर भरा है। उन्होंने कहा वह अब पैसों के लिए दर-दर की ठोकरें खाकर थक चुके हैं। जनमंच में शिकायत करने के 15 दिन के भीतर उसका निदान होने का वादा किया जाता है, लेकिन जनमंच में शिकायत करने के तीन माह बाद भी शिकायत का हल नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि वह जिलाधीश कांगड़ा से शिकायत करेंगे। उधर, सिंयूनी पंचायत प्रधान अंजना कुमारी ने बताया उक्त व्यक्ति के ट्रैक्टर को काम पर नहीं लगाया था। हमारे पास जिसने भी कार्य किया है, उनको सारी पेमेंट कर दी गई है।
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