बाजार में जल्द आएगा ये खास शीतल पेय, मोटापा करेगा दूर; जानें क्या होगी कीमत
हिमालय जैवसंपदा प्रौद्योगिकी संस्थान (आइएचबीटी) पालमपुर के वैज्ञानिकों ने एक खास पेय तैयार किया है जिसके सेवन से मोटापे की समस्या दूर हो जाएगी।
By Babita kashyapEdited By: Updated: Wed, 04 Sep 2019 01:06 PM (IST)
पालमपुर, शारदा आनंद गौतम। आमतौर पर शीतल पेय को सेहत के लिए हानिकारक माना जाता है, लेकिन हिमाचल प्रदेश के पालमपुर में तैयार शीतल पेय न केवल मोटापा दूर करेगा, बल्कि इससे दांतों में सड़न की समस्या भी नहीं होगी। हिमालय जैवसंपदा प्रौद्योगिकी संस्थान (आइएचबीटी) पालमपुर के वैज्ञानिकों ने कांगड़ा चाय से यह शीतल पेय तैयार किया है। इसमें चीनी की मात्रा बहुत कम है।
इस तरह किया तैयारइसे तैयार करने वाले वैज्ञानिकों ने बताया कि कांगड़ा चाय का वह हिस्सा जिसे बेकार छोड़ दिया जाता है उसका प्रयोग करते हुए यह शीतल पेय तैयार किया गया है। अवशेषों का पाउडर तैयार कर उसे शीतल पेय में मिलाया है। अमूमन बाजार में मिलने वाले शीतल पेय चीनी की अधिकता व रंग के कारण दांतों की सड़न का कारण बनते हैं। इसमें चीनी की मात्रा बेहद कम है, जिसके चलते यह दांतों को भी नुकसान नहीं पहुंचाएगा।
जल्द बाजार में उपलब्ध होगा
हिमालय जैव संपदा प्रौद्योगिकी संस्थान ने इस पेय की विधि को लेकर दिल्ली की कैमेलिया बेवरेजेज प्राइवेट लिमिटेड के साथ समझौता किया है। इसके तहत इस पेय को जल्द ही बाजार में उतराने की तैयारी की जा रही है। इसे बाजार में मौजूद कोल्डड्रिंक्स व अन्य शीतल पेय की कीमत पर ही बेचा जाएगा।
यहां होती है कांगड़ा चाय
सबसे अधिक कांगड़ा चाय धर्मशाला, पालमपुर और बैजनाथ उपमंडल में होती है। मंडी जिले के जोगेंद्रनगर और चंबा जिला के भटियात उपमंडल में भी यह तैयार होती है। प्रदेश में कांगड़ा चाय का उत्पादन 1200 हेक्टेयर में होता है। कांगड़ा चाय मुख्य तौर पर दो प्रकार की होती है। इसमें हरी और काली चाय रहती है। इस शीतल पेय को दोनों चाय से तैयार किया गया है।
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विशेषज्ञों की राय
हिमालय जैवसंपदा प्रौद्योगिकी संस्थान पालमपुर के निदेशक डॉ. संजय कुमार के अनुसार कांगड़ा चाय से तैयार शीतल पेय स्वास्थ्य की दृष्टि से लाभदायक है। इससे मोटापा कम होगा। एंटीऑक्सीडेंट (फलों, सब्जियों व अनाज में पाए जाने वाले विटामिंस, मिनरल्स व केमिकल का संयोजित रूप) होने से शरीर में होने वाली बीमारियों को रोकने में मददगार होगा। इसे पीने से दांतों में सड़न की आशंका भी नहीं रहेगी।
हृदयरोग विशेषज्ञ डॉ. आदर्श भार्गव ने बताया कि कांगड़ा चाय से बना शीतल पेय सेहत के लिए लाभदायक है। इसका शरीर पर विपरीत प्रभाव भी नहीं पड़ेगा।
आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. अनुराग विजयवर्गीय के अनुसार कांगड़ा चाय हर्बल उत्पाद है और एंटीऑक्सीडेंट है। इससे विभिन्न रोगों से लड़ने की शक्ति मिलती है। कांगड़ा चाय और इससे बनाए उत्पाद को प्रयोग करने से शरीर को लाभ मिलता है। बाजार में जो कोल्डड्रिंक्स मिलती हैं उनसे शरीर का नुकसान ही होता है। यहां तेजी से पैर पसार रहा है ये जानलेवा रोग, लोगों में डर का माहौल
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