जोगेंद्रनगर-पठानकोट टै्रक पर मार्च में दौड़ेगी ट्रेन
जोगेंद्रनगर-पठानकोट ऐतिहासिक रेललाइन पर करीब 11 माह से बंद रेलगाडिय़ों की बहाली का मुद्दा सांसद रामस्वरूप शर्मा ने शनिवार को लोकसभा में उठाया। सांसद ने कहा कि इस रेललाइन पर रेलगाडिय़ां बंद होने से लोगों को आर्थिक हानि हो रही है। उन्हें बसों में ज्यादा किराया चुकाना पड़ रहा है।
जोगेंद्रनगर, संवाद सहयोगी। जोगेंद्रनगर-पठानकोट ऐतिहासिक रेललाइन पर करीब 11 माह से बंद रेलगाडिय़ों की बहाली का मुद्दा सांसद रामस्वरूप शर्मा ने शनिवार को लोकसभा में उठाया। सांसद ने कहा कि इस रेललाइन पर रेलगाडिय़ों की आवाजाही बंद होने से लोगों को आर्थिक हानि हो रही है। उन्हें बसों में ज्यादा किराया चुकाना पड़ रहा है। रेललाइन कई क्षेत्रों के लिए लाइफलाइन की तरह है। इन क्षेत्रों के लोग रेलगाड़ी से कम पैसे में जल्द घरों तक पहुंच जाते हैं, जबकि बसों में ज्यादा किराया अदा करने के बावजूद उन्हें घंटों सफर करना पड़ता है। सांसद की इस मांग को लोकसभा में भी प्राथमिकता मिली है। मार्च में रेलगाडिय़ों के जोगेंद्रनगर-पठानकोट टै्रक पर दौडऩे की उम्मीद जगी है।
लोकसभा सदस्य रामस्वरूप शर्मा ने सदन में कहा कि 164 किलोमीटर लंबी रेललाइन पर दौडऩे वाली सभी रेलगाडिय़ों के बंद होने से हजारों यात्रियों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। सैनिक भी बंद पड़ी रेलगाडिय़ों का खामियाजा भुगत रहे हैं। कोरोना के चलते रेलगाडिय़ों के आवागमन पर रोक लगी थी, लेकिन देश में वैक्सीन आ जाने के बाद भी रेलगाडिय़ों का संचालन न कर पाना दुर्भाग्यपूर्ण है।
रामस्वरूप शर्मा ने बताया कि पठानकोट-जोगेंद्रनगर रेलवे लाइन पर नए रेल इंजन के साथ सात बोगियों का परीक्षण सफल रहा है। अब मार्च में पांच से अधिक रेलगाडिय़ां दौड़ेंगी। इसका लाभ जोगेंद्रनगर से पठानकोट तक आने वाले रेलवे स्टेशनों के हजारों यात्रियों को मिलेगा। जोगेंद्रनगर से पठानकोट तक का सफर महज 35 रुपये में बड़ी सुगमता के साथ रेलगाड़ी में हो जाता है। रेलगाडिय़ों बंद होने के कारण यात्रियों को बसों में 250 रुपये किराया चुकाना पड़ रहा है।