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कुल्‍लू में खुलेगा वीवर रिसोर्स एंड डिजाइनिंग सेंटर, विदेशों में भेजी जाएगी हिमाचली टोपी : पीयूष गोयल

Union Minister Piyush Goyal केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कुल्लू सहित हिमाचल प्रदेश के अन्य जिलों में भी हस्तशिल्प व हथकरघा उद्योगों में रोजगार की बड़ी संभावना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इसके लिए कई बार कह चुके हैं। उन्‍होंने कहा आज स्वयं कुल्लू के बने उत्पादों को देखा।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Updated: Sun, 26 Sep 2021 03:21 PM (IST)
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केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कुल्लू में भी हस्तशिल्प व हथकरघा उद्योगों में रोजगार की बड़ी संभावना है।
कुल्लू, संवाद सहयोगी। Union Minister Piyush Goyal, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कुल्लू सहित हिमाचल प्रदेश के अन्य जिलों में भी हस्तशिल्प व हथकरघा उद्योगों में रोजगार की बड़ी संभावना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इसके लिए कई बार कह चुके हैं। उन्‍होंने कहा आज स्वयं कुल्लू के बने उत्पादों को देखा है। आवश्यकता है इसके लिए बेहतर मार्केटिंग, डिजाइनिंग और पैकेजिंग की। इसके लिए केंद्र व प्रदेश सरकार को मिलकर प्रयास करने होंगे। इसकी डिजाइनिंग को और बेहतर बनाने के लिए कुल्लू में वीवर रिसोर्स एंड डिजाइनिंग सेंटर खोला जाएगा। कुल्लू में आयोजित कार्यक्रम के दौरान पीयूष गोयल ने कहा इस सेंटर के लिए जमीन देखने के बजाय बना-बनाया भवन तलाश करें, ताकि इसे एक साल में शुरू किया जा सके और भवन के लिए बनने वाला पैसा बुनकरों के प्रशिक्षण पर खर्च किया जा सके। इस सेंटर में प्रदेश भर के हस्तशिल्प व हथकरघा से जुड़े लोगों को प्रशिक्षित किया जाएगा।

पीयूष गोयल ने कहा कि कुल्लू में मैं 23 साल पहले आया हूं। इससे पहले मैं अटल जी से मिलने उनके घर प्रीणी आया था, जबसे अटल टनल बनी है उसके बाद से मेरा इसे देखने का मन था, जो आज पूरा हो गया है। प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने इस टनल को पूरा करने के लिए मुख्य भूमिका निभाई है और आज उनकी बदौलत लाहुल स्पीति पूरे देश से वर्ष भर के लिए जुड़ा है। उन्होंने कहा हस्तशिल्प प्रदर्शनी में मैंने बेहतर उत्पाद देखे हैं। अब इसमें आवश्यकता है कि इसकी डिजाइनिंग, मार्केटिंग और पैकेजिंग पर ध्यान देना होगा।

इसके लिए मंत्रालय का कार्यभार संभालने के बाद हमने एक कमेटी गठित की है, जिससे इस क्षेत्र में बेहतर करने के लिए सुझाव मांगे गए हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से भी कहा कि वह अपने स्तर पर भी ऐसी कमेटी गठित कर हस्तशिल्प से जुड़ी कमियों को पूरा करने के लिए सुझाव आमंत्रित किए जाएं। मेरा मानना है कि छोटी सबसिडी देने से इनका विकास नहीं हो सकता, इसके लिए बड़े स्तरपर कदम उठाने होंगे।

गोयल ने कहा उत्तम चंद ने अपने सुझाव में इस कार्य को ई-कामर्स से जोड़ने की बात कही। उन्‍होंने कहा इसके लिए वह बड़ी टैक्सटाइल कंपनियों के अलावा पांच सितारा होटलों से भी बात करेंगे, जहां पर बारी-बारी कुल्लू, मंडी, कांगड़ा, लाहुल आदि के हस्तशिल्प की प्रदर्शनियों को लगाया जाए, जिससे वहां पर इसके माहिर लोग आकर इनको देखें और इसके सही दाम और किस तरह से कमियों को दूर कर इसे अंतरराष्ट्रीय मार्केट तक पहुंचाया जा सकता है इसके सुझाव दें। इससे बुनकरों को भी नया अनुभव मिलेगा और उत्पादों को पहचान भी मिलेगी।

आज का कार्यक्रम मेरे लिए पाठशाला बन गया

कुल्लू में हस्तशिल्पकारों के साथ हुए संवाद कार्यक्रम में जिस तरह से सुझाव व कमियों को शिल्पकारों ने केंद्रीय मंत्री के समक्ष रखा। उसके बाद अपने संबोधन में मंत्री ने साफ कहा कि आज का यह संवाद कार्यक्रम मेरे लिए एक पाठशाला की तरह रहा है। ऐसे सुझाव और मार्गदर्शन केवल वही लोग कर सकते हैं, जो दिल से अपने काम से जुड़े हों। इस मौके पर पीयूष गोयल ने हस्तशिल्पकार जवाला शर्मा को उनके बेहतर कार्य के लिए विशेष रूप से सम्मानित किया और उनको मिला मफलर जवाला शर्मा को पहनाया।

सर्दी वाले देशाें में भेजेंगे टोपी

पीयूष गाेयल ने कहा कि जिन देशों में सर्दी अधिक होती है वहां पर कुल्लू की टोपी को भेजा जा सकता है। इसके लिए एक ऐसा डिजाइन तैयार करें, जिससे की कानों को भी ढका जा सके और इसकी सुंदरता पर भी कोई फर्क न पड़े। उन्होंने कहा कि इससे जहां कुल्लू की टोपी को और अधिक पहचान मिलेगी वहीं दुनिया में कुल्लू व हिमाचल का नाम होगा।

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