Kullu Dussehra कैसे बना अंतरराष्ट्रीय उत्सव, शामिल होने देवलोक से आते हैं देवी-देवता; जानिए इससे जुड़ी कुछ रहस्यमयी बातें
Kullu Dussehra अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा काफी प्रसिद्ध त्योहारों में से एक है। जब बाकी देश के हिस्सों में दशहरा का त्योहार खत्म हो जाता है तब जाकर यह कुल्लू में एक सप्ताह के लिए शुरू होता है। यहां के लोगों का कहना है कि धूमधाम से मनाए जाने वाले इस उत्सव में देवी-देवता शामिल होते हैं। आइए जानते हैं इस परंपरा के पीछे छुपे राज।
By Himani SharmaEdited By: Himani SharmaUpdated: Tue, 24 Oct 2023 09:33 AM (IST)
ऑनलाइन डेस्क, शिमला। यूं तो दशहरा पूरे देश में ही धूमधाम से मनाया जाता है। कही रावण दहन होता है तो कहीं झाकियां निकाली जाती हैं। भारत में एक ऐसी जगह भी है जहां दशहरे पर देवलोक से देवी-देवताओं को आने के लिए निमंत्रण दिया जाता है।
हम बात कर रहे हैं हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध कुल्लू दशहरा उत्सव की। दरअसल, ऐसा माना जाता है कि यहां 300 से अधिक देवी-देवता भी उत्सव में हिस्सा लेते हैं। यहां करीब एक हफ्ते तक अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा (International Kullu Dussehra) मनाया जाता है। आइए जानते है इसकी कुछ रहस्यमयी बातें।
परंपरा के पीछे क्या है राज?
कुल्लू दशहरा देश के बाकी त्योहार से एकदम अलग है। इसे अंतरराष्ट्रीय उत्सव का दर्जा दिया गया है। जब बाकी देश के हिस्सों में दशहरा का त्योहार खत्म हो जाता है, तब जाकर यह कुल्लू में एक सप्ताह के लिए शुरू होता है। इस परंपरा के पीछे भी राज छुपा हुआ है। 17वीं शताब्दी में राजा जगत सिंह अयोध्या से भगवान रघुनाथ की एक मूर्ति अपने साथ कुल्लू ले आए थे, फिर उन्होंने उस मूर्ति को कुल्लू के महल मंदिर में स्थापित कर दी थी।यह भी पढ़ें: कुल्लू दशहरा उत्सव में मनोरंजन का भरपूर डोज, बॉलीबुड-पंजाबी गायक देंगे परफॉर्मेंस; पहली रात को साज भट्ट जमाएंगे रंग
क्या कुल्लू दशहरा उत्सव में देवी-देवता भी भाग लेते हैं?
लोगों का मानना है कि धूमधाम से मनाए जाने वाले इस उत्सव में करीब 300 देवी-देवता भाग लेने आते हैं। साथ ही श्री रघुनाथ भगवान को अपनी श्रद्धा अर्पित करते हैं। दशहरा का यह उत्सव माता हडिम्बा के आगमन से शुरू होता है। उत्सव के दौरान अलग-अलग राज्यों के सांस्कृतिक दल और विदेशों से लोक नर्तक अपनी अद्भुत प्रस्तुतियां प्रस्तुत करते हैं। इस दौरान यहां उत्सव में भाग लेने देश और विदेश से भारी संख्या में पर्यटक आते हैं।
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