Move to Jagran APP

Bir Billing ही नहीं, हिमाचल में इस जगह भी होती है रोमांचक Paragliding; टूरिस्ट उठा रहे आनंद

हिमाचल के डोभी में पैराग्लाइडिंग शुरू हो गई है। बीड़ बिलिंग के बाद डोभी में ही सबसे ज्यादा टूरिस्ट पैराग्लाइडिंग के लिए आते हैं। पर्यटकों को लुभाने के लिए पैराग्लाइडिंग व्यवसाय से जुड़े लोगों ने अपने काउंटर खोल दिए हैं। पर्यटन विभाग ने एक पायलट को एक दिन में अधिकतम चार उड़ान भरने के निर्देश जारी किए हैं। इसके अलावा उड़ान का पूरा लेखा लॉग बुक में दर्ज करना होगा।

By kamlesh kumariEdited By: Rajat MouryaUpdated: Wed, 27 Sep 2023 04:15 PM (IST)
Hero Image
जिला कुल्लू के डोभी पैराग्लाइडिंग साइट से उड़ान भरते पर्यटक। जागरण
पतलीकूहल (कुल्लू), संवाद सूत्र। Paragliding In Himachal कुल्लू मनाली में 16 सितंबर से साहसिक गतिविधियां शुरू हो गई हैं। साहसिक खेलों से जूड़े युवा इस दिन का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। इस वर्ष जुलाई माह में कुल्लू मनाली में बारिश के कारण हुई भीषण तबाही के चलते अभी तक पर्यटक मनाली का कम ही रुख कर रहे थे। लेकिन पर्यटन कारोबार पटरी पर आने से डोभी पैराग्लाइडिंग साइट पर पर्यटकों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया है।

हालांकि, पर्यटकों को लुभाने के लिए पैराग्लाइडिंग व्यवसाय से जुड़े लोगों ने अपने काउंटर खोल दिए हैं। पैराग्लाइडिंग पायलट संजय ठाकुर ने कहा कि पर्यटन विभाग के दिशा निर्देशों के अनुसार कुल्लू की पंजीकृत साइटों से पैराग्लाइडिंग शुरू हो चुकी है। इस वर्ष कुल्लू में बाढ़ से आई आपदा के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग को काफी अधिक नुकसान हुआ है। हालांकि राजमार्ग के सुचारु होने से पर्यटक कुल्लू मनाली (Kullu Manali Adventure Sports) का रुख करने लगे हैं।

एक पायलट को सिर्फ चार उड़ान भरने के निर्देश

उन्होंने उम्मीद जताई है कि शीघ्र ही सब कुछ ठीक हो जाएगा और पर्यटक साहसिक गतिविधियों का भरपूर आनंद लेने अधिक संख्या में आने लगेंगे। हालांकि डोभी पैराग्लाइडिंग साइट से रोज की दो से तीन उड़ाने भारी जा रही है। उन्होंने कहा कि पैराग्लाइडिंग पायलट दिन में सिर्फ चार ही उड़ान भर सकेगा।

ये भी पढ़ें- Work From Home के लिए शिमला से बेस्ट कुछ नहीं, वादियों में लुत्फ उठा रहे कॉरपोरेट सेक्टर के कर्मचारी

पर्यटन विभाग ने एक पायलट द्वारा एक दिन में अधिकतम चार उड़ान भरने के निर्देश जारी कर दिए हैं। इसके अलावा उड़ान का पूरा लेखा जोखा पायलट और ऑपरेटर दोनों को एक लॉग बुक में दर्ज करना होगा।

उन्होंने बताया कि लॉग बुक में गलत आंकड़े दर्ज करने पर ऑपरेटर और पायलट दोनों के लाइसेंस रद्द किए जा सकते हैं और लॉग बुक नहीं रखने वालों के लाइसेंस का नवीनीकरण भी लटक सकता है।

ये भी पढ़ें- हिमाचल के Bir Billing में होगी क्रॉस कंट्री पैराग्लाइडिंग प्रतियोगिता, 28 देशों के 159 एथलीट लेंगे भाग

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।