Kullu के पतलीकूहल पहुंची केंद्रीय टीम, बाढ़ से हुए नुकसान का किया निरीक्षण; स्थानीय लोगों ने बताई समस्याएं
Himachal Flood Damage हिमाचल में बाढ़ और बारिश से भयंकर तबाही मची है। प्रदेश सरकार ने साढ़े चार हजार करोड़ से अधिक के नुकसान का आकलन किया है। वहीं अब बाढ़ से हुए नुकसान का आकलन करने के लिए केंद्रीय टीमें भी पहुंच चुकी हैं। केंद्रीय टीम ने वीरवार को कुल्लू के पतलीकूहल में बाढ़ से हुए नुकसान का निरीक्षण किया।
पतलीकूहल/कुल्लू, संवाद सूत्र। Kullu Flood वीरवार को केंद्रीय टीम बाढ़ से हुए नुकसान का आकलन करने के लिए पतलीकूहल पहुंची। टीम ने 14 मील और पतलीकूहल नग्गर पुल का दौरा किया व बाढ़ से हुई त्रासदी से पहुंचे नुकसान का आकलन लगाया।
केंद्रीय टीम के मुख्य अधिकारी रवीश कुमार ने कहा कि बाढ़ से प्रभावित मनाली विधानसभा क्षेत्र के पतलीकूहल क्षेत्र का दौरा किया जो भी नुकसान हुआ है उसका आंकलन लगाकर रिपोर्ट गृह मंत्रालय को सौंप दी जाएगी।
कांग्रेस नेता ने उठाए NHAI की कार्यप्रणाली पर सवाल
प्रदेश कांग्रेस सचिव देवेंद्र नेगी ने केंद्रीय टीम के समक्ष एनएचएआई की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि एनएचएआई की कार्यप्रणाली धीमी है। एनएचएआई के पास इतनी मशीनरी होते हुए भी काम कछुए की चाल से किया जा रहा है। घाटी में सेब सीजन जल्द ही शुरू होने वाला है और एनएचएआई से इतने दिनों में सड़क बहाल करने में असफल रही।
उन्होंने कहा 14 मील में स्थानीय ठेकेदार की सहायता से सड़क को अस्थाई रूप में तैयार किया जा रहा है बल्कि यह कार्य एनएचएआई कर सकता था। उन्होंने कहा कि एनएचएआई ने फोरलेन का निर्माण किया उसमें भी कई अनियमितताएं पाई गईं। उन्होंने केंद्रीय टीम से आग्रह किया कि एनएचएआई सेब सीजन शुरू होने से पहले सड़कों का निर्माण करवाए।
स्थानीय लोगों ने केंद्रीय टीम के समक्ष ब्यास के दोनों और आरसीसी दीवार के निर्माण की मांग उठाई। स्थानीय निवासी पुष्प चंद्र ने कहा कि आरसीसी की दीवार से भविष्य में ब्यास की बाढ़ से हजारों लोगों को बचाया जा सकेगा।