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Himachal News: मूसलाधार बारिश से ब्यास नदी ने अपनाया विकराल रूप, लोगों को सता रहा बाढ़ का खतरा

हिमाचल में बारिश के कारण एक बार फिर से लोगों की समस्याएं बढ़ने लगी हैं। नदियों का जलस्तर बढ़ने लगा है। प्रदेश में ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ की आशंका जताई जा रही है। मूसलेधार बारिश के कारण प्रदेश में 115 सड़कों को यातायात के लिए बंद कर दिया गया है। वहीं कई मार्गों को वन वे कर दिया गया है।

By sanjay kumar Edited By: Prince Sharma Updated: Thu, 04 Jul 2024 05:18 PM (IST)
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Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश में ब्यास नदी (जागरण फाइल फोटो)

संवाद सूत्र, पतलीकूहल। मनाली में बरसात की पहली बारिश होने पर बागवानों के चेहरों पर रौनक लौट आई है। लोगों को गर्मी से भी निजात मिली है।

पिछले कुछ दिनों से गर्मी पड़ने के कारण सेब के पौधों में नमी की कमी हो गईं थी और कई जगहों पर पेड़ पौधे सूखने के कगार पर थे।

पर्यटकों की संख्या घटी

बारिश होने के कारण व ठंड होने से पर्यटकों की संख्या में भी एक दम कमी आई है। शिरढ गांव के बागवान गोपाल भार्गव का कहना है कि यह बारिश सेब व अन्य पेड़ पौधों व फसल के लिए वरदान साबित होगी। बारिश होने से ब्यास नदी के जल स्तर में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई।

आलू ग्राउंड, ब्रान, पतलीकूहल, कटराई बिहाल व रायसन के साथ ब्यास नदी का जल स्तर बढ़ने के कारण स्थानीय लोगों को बाढ़ का भी डर सता रहा है। क्योंकि सरकार द्वारा इन जगहों पर बाढ़ रोकने के लिए कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किया गया हैं।

बाढ़ आई तो तबाही की आशंका

रायसन के बबलू, ओम, परवीन का कहना कि गत वर्ष की तरह इस साल भी बाढ़ आई तो क्षेत्र में भारी तबाही हो सकती है।

रायसन जैसे क्षेत्र में स्थिति जस की तस बनी हुईं है। गौर रहे कि रायसन क्षेत्र सब से संवेदनशील क्षेत्र है। इस को बचाने के लिए लोगों ने कई बार प्रशासन व स्थानीय विधायक से भी गुहार भी लगाई थी।

मगर ब्यास नदी जल स्तर बढ़ने से इस इलाके में ड्रेजिंग का कार्य भी नही हो पाया। अब लोगों को यही डर सता रहा है कि इस वर्ष की बरसात में कोई जानमाल का नुकसान न हो।

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