Himachal Politics News: 'आपदा राहत राशि के नाम पर कुल्लू में हुआ घोटाला', भाजपा ने सुक्खू सरकार को लिया आड़े हाथ
भाजपा ने सुक्खू सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि आपदा राहत राशि के नाम पर कुल्लू में घोटाला किया गया है। कुल्लू जिला में कांग्रेस के एक साल पूरे होने पर जिला भाजपा ने आक्रोश रैली का आयोजन किया। इसमें जिला भर के भाजपा पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे। नेहरू पार्क सरवरी से ढालपुर चौक तक आक्रेाश रैली निकाली गई।
By davinder thakurEdited By: Himani SharmaUpdated: Tue, 12 Dec 2023 02:43 PM (IST)
जागरण संवाददाता, कुल्लू। कुल्लू जिला में कांग्रेस के एक साल पूरे होने पर जिला भाजपा ने आक्रोश रैली का आयोजन किया। इसमें जिला भर के भाजपा पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे। नेहरू पार्क सरवरी से ढालपुर चौक तक आक्रेाश रैली निकाली गई।
इस दौरान रैली में मुख्य तौर पर अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव में तंबोला से हुई कम आय, आपदा के दौरान राहत राशि वितरण में गड़बडी को लेकर मुख्य संसदीय सचिव सुंदर सिंह ठाकुर को घेरा। इतना ही नहीं सुंदर ठाकुर मुर्दाबाद के नारों से पूरा कुल्लू गूंज उठा।
10 हजार करोड़ का हुआ नुकसान
पूर्व मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि सरकार के तीन चार-साल के बाद विरोध प्रदर्शन होते थे। लेकिन सुक्खू सरकार के एक साल में विरोध प्रदर्शन होने लगे हैं। पांच साल पूर्व सरकार द्वारा खोले गए संस्थान आज बंद कर दिए। यह सरकार लोक प्रिय नहीं लाक प्रिय सरकार है।यह भी पढ़ें: Kullu News: लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह पहुंचे सैंज, चार सड़क परियोजनाओं का किया भूमि पूजन
जुलाई में आपदा आई इसमें 10 हजार करोड़ का नुकसान हुआ है। केंद्र से 400 करोड़ की वित्तीय सहायता प्रदान की। जिसका नुकसान हुआ उसको पैसे नहीं मिले जिसका नुकसान नहीं हुआ उसको पैसे दिए गए।
देवी-देवताओं का हुआ अपमान
इसमें भ्रष्टाचार दिखाई दिया। कुल्लू दशहरा में 21 से 22 देवता बैठते थे उन्हें वहां से उखाड़ा गया। देवी देवताओं का अपमान हुआ है। तंबोला के पैसों से गरीबों का इलाज होता है। आज तंबोला मात्र 57 लाख रुपये में बेचा गया इसमें क्या गोलमाल हुआ है। एक साल के भीतर 12 हजार करोड़ का लोन लिया है। एक लाख नौकरी, गोबर, दूध खरीदने का का वाकया था। आज एक भी वादा पूरा नहीं हुआ।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।