Himachal Landslide: कुल्लू के सैंज-लारजी मार्ग पर दरका पहाड़, मंजर देख लोगों की निकल गई चीख, VIDEO
Himachal Pradesh Landslide कुल्लू जिले के सैंज लारजी मार्ग पर पागल नाला के पास भारी भूस्खलन हुआ है जिससे 15 पंचायतों के 80 गांवों का संपर्क टूट गया है। लगातार बारिश के कारण हुई इस घटना से लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। प्रशासन मार्ग को बहाल करने का प्रयास कर रहा है।
संवाद सहयोगी, कुल्लू। Himachal Pradesh Landslide, हिमाचल प्रदेश के जिला कुल्लू में लगातार हो रही बारिश से लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। सोमवार सुबह सैंज लारजी मार्ग पर पागल नाला के पास भारी भूस्खलन हो गया है। पहाड़ी से भूस्खलन होते देख लोगों की चीखें निकल गईं व बुरी तरह से दहशत में आ गए।
पहाड़ी दरकने से सैंज घाटी की 15 पंचायतों के 80 गांवों का संपर्क कट गया है। लारजी-सैंज सड़क पर पागलनाला में लगातार भूस्खलन होता है।
इस कारण मार्ग में वाहनों की आवाजाही ठप हो गई है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द सड़क मार्ग को बहाल किया जाए।
कुल्लू में दरका पहाड़... pic.twitter.com/M66zjGLJTu
— Rajesh Sharma (@sharmanews778) August 18, 2025
सैंज-लारजी मार्ग पर पागलनाला में भूस्खलन के कारण 15 पंचायतों का संपर्क कट गया है। इस मार्ग पर यातायात प्रभावित हुआ है और लोक निर्माण विभाग की मशीनरी मलबा हटाने के काम में लगी हुई है। भूस्खलन के कारण सड़क पूरी तरह से बंद हो गई थी, लेकिन विभाग की कोशिशों से जल्द ही मार्ग को बहाल करने का प्रयास किया जा रहा है।
आठ वर्ष में 148 बादल फटने व 5,000 भूस्खलन की घटनाएं
ऐसी घटनाएं हिमाचल प्रदेश में आम हैं, जहां कुल्लू, लाहुल स्पीति, किन्नौर और मंडी जैसे जिले प्राकृतिक आपदाओं की दृष्टि से अति संवेदनशील माने जाते हैं। राज्य में आठ वर्षों में बादल फटने की 148 घटनाएं और भूस्खलन की पांच हजार से अधिक घटनाएं दर्ज की गई हैं।
भारी वर्षा के कारण घरों में घुसा पानी व मलबा
जिला कुल्लू में मूसलधार वर्षा से नदी नाले उफान पर हैं। मौहल खड्ड में बाढ़ आने से भूमि व फसलें भूस्खलन से क्षतिग्रस्त हुई है। पाहनाला नाले में जलस्तर बढ़ने से एक खोखा बह गया। कुछ घरों में पानी व मलबा घुस गया तथा एक मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुआ है। बदाह के प्राथमिक विद्यालय में पानी भर गया।
भुंतर बाजार में भी हुआ नुकसान
भुंतर से रामशिला मार्ग पिरडी के पास गाद आने से सड़क अवरुद्ध हो गई, जिसे बहाल कर दिया गया है। खोखन नाले में बाढ़ के कारण भुंतर बाजार की दुकानों में पानी भर गया तथा शुरढ़ चौक के पास सड़क क्षतिग्रस्त हुई। क्षेत्रीय कानूनगो भवन एवं नशा मुक्ति केंद्र में भी पानी घुस गया।
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