Kullu: आपदा के तीन महीने बाद भी न्यूली शैंशर सड़क पर आवाजाही ठप, ग्रामीणों को करना पड़ रहा दिक्कतों का सामना
हिमाचल प्रदेश में आपदा के तीन महीने बाद भी कुल्लू में न्यूली शैंशर सड़क ठप पड़ी है। ग्रामीण ने न्यूली-शैंशर सड़क को वाहनों की आवाजाही के लिए बहाल करने की मांग उठाई है। न्यूली-शैंशर सड़क के बंद होने से शैंशर गाड़ापारली देहुरीधार और शांघड की जनता को सबसे अधिक दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। लोगों को रोजमर्रा का सामान पीठ पर उठा कर दूसरी जगह पहुंचाना पड़ रहा।
दविंद्र ठाकुर, कुल्लू: आपदा के तीन माह बीत जाने के बाद भी जिला कुल्लू में 399 सड़क मार्ग में से अभी भी 28 सड़क मार्ग बाधित हैं। इसमें सैंज घाटी की न्यूली-शैंशर सड़क वाहनों की आवाजाही ठप पड़ी है। इससे चार पंचायतों के हजारों ग्रामीणों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
ग्रामीण ने न्यूली-शैंशर सड़क को वाहनों की आवाजाही के लिए बहाल करने की मांग उठाई है। न्यूली-शैंशर सड़क के बंद होने से शैंशर, गाड़ापारली, देहुरीधार और शांघड की जनता को सबसे अधिक दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
21 किलोमीटर का पैदल सफर करना पड़ रहा
ग्रामीणों को सैंज की ओर से एनएचपीसी की बांध साइट सोती से शैंशर तक 21 किलोमीटर का पैदल सफर करना पड़ रहा है। इसके अलावा ग्रामीणों को कई गाड़ियां तो मार्ग बंद होने से सड़क में ही फंस गई थी। हालांकि उन गाड़ियों में लदे मटर को लोगों ने पीठ पर उठाकर दूसरी जहग तक पहुंचाए। लेकिन इसका किराया 50 रुपये अतिरिक्त देना पड़ रहा है। इससे ग्रामीण की आर्थिकी पर बोझ पड़ रहा है।
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मटर के ढुलान करने में सबसे अधिक खर्च
ग्रामीणों का कहना है कि सड़क के बंद होने के कारण मटर के ढुलान करने में सबसे अधिक खर्च आ रहा है। शैंशर से तुंग वार्ड, सिंहण वार्ड,धारठा वार्ड,खाईण वार्ड, बजाहरा वार्ड, शिली सारी वार्ड, मनहारा वार्ड और चनाहीड़ी वार्ड के अलावा कई गांवों में किसानों मटर खेतों में ही है। अगर जल्द मार्ग को बहाल नहीं किया जो मटर खेतों में ही सड़ जाएगा।
ग्रामीण आलम चंद पालसरा, गिरधारी लाल, रामलाल बुद्धि सिंह, ठाकुर दत्त, माघु राम, रोशन लाल, राजकुमार, हीरा लाल शर्मा , छपे राम और मीरा बाई का कहना है कि हमारी मांग है कि इस मार्ग को जल्द से जल्द दुरूस्त किया जाएगा ताकि लोगों की समस्या दूर हो सके।
गुशैणी से शर्ची सड़क बंद
गुशैणी से शर्ची 17 किलोमीटर की हालत देखे तो इस सड़क पर छोटे वाहन ही चलते हैं। वह भी अब जाने से कतरा रहे हैं। इस मार्ग पर बसें न आने से लोगों को छोटे वाहनों में अतिरिक्त किराया देकर सफर करना पड़ रहा है। इस कारण ग्रामीणों को समस्या से दो चार होना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने सरकार व जिला प्रशासन से सड़क को जल्द बहाल करने की मांग की है।
यह सड़कें बंद
जिला कुल्लू में गड़सा-भुंतर, मठ रोड़, मनाली में नग्गर से लरांकेलो, बंजार में नागडी से सर्ची, लंबीघार, धाराथाच-दलबाड़, बाहू-नागधार, गगेड बगा-लंबाधा से रंभी, निरमंड डिविजन में अरसू से कूडाकोड, ब्रो से पोषणा, पोषणा-बडगई, बैहना-दलाश, आनी-बश्ता, गुगरा-कुटवा, लुहरी-जाओं, बखनाओं-डुगाशगान, कंडुगाड़-पटारना, कंडुगाड-जाओं, खनाग-शुश, शुश-बालू, राणाबाग-कंडीबाग, करशैईगाड़-करशाला, खिनवी-बांशा, सिनवी-मुहान, फरवोग-थाच, लिंक मार्ग पनोअ- जांओ मार्ग बाधित है।
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सड़कों को बहाल करने का कार्य चल रहा है। सभी डिविजन को निर्देश जारी कर दिए हैं। जल्द ही सभी सड़कों को बहाल कर लोगों को सुविधा प्रदान की जाएगी। -जितेंद्र गुप्ता अधीक्षण अभियंता लोक निर्माण विभाग कुल्लू।