Kullu: प्राकृतिक आपदा से अलग-थलग पड़ा कुल्लू, मोबाइल नेटवर्क के साथ-साथ तीन दिनाें से बिजली-पानी भी बाधित
तीन दिनाें तक लगातार हुई भारी बारिश के चलते जिला कुल्लू में जगह-जगह प्राकृतिक आपदा आने से जिला पूरी तरह से अलग-थलग पड़ गया है। खासकर पर्यटन नगरी मनाली मणिकर्ण और सैज घाटी का जिला मुख्यालय से पूरी तरह से संपर्क कट गया है। जिसके चलते घाटियों में हुए नुकसान की भी जानकारी जुटाना प्रशासन के लिए भी चुनौती बन गया है।
कुल्लू, संवाद सहयोगी। तीन दिनाें तक लगातार हुई भारी बारिश के चलते जिला कुल्लू में जगह-जगह प्राकृतिक आपदा आने से जिला पूरी तरह से अलग-थलग पड़ गया है। खासकर पर्यटन नगरी मनाली, मणिकर्ण और सैज घाटी का जिला मुख्यालय से पूरी तरह से संपर्क कट गया है। जिसके चलते घाटियों में हुए नुकसान की भी जानकारी जुटाना प्रशासन के लिए भी चुनौती बन गया है।
मोबाइल नेटवर्क पूरी तरह से ठप्प पड़ गया है।जिस कारण यहां घाटी में रुके पर्यटकों का भी अपने परिजनों से संपर्क नहीं हो पा रहा है। जबकि बिजली अर्पित जिला मुख्यालय के साथ-साथ मनाली,मणिकर्ण, सैज और बंजार में पूरी तरह से बाधित है। जबकि इसके साथ-साथ घाटी में जल संकट की स्थिति भी पैदा होने लगी है। पीने के पानी की सभी योजनाएं प्रभावित हो गई है।
जिस कारण लोगों को पीने के पानी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है।उधर जल उर्जा विभाग ने जिला मुख्यालय कुल्लू और इसके आसपास के इलाकों में पानी की आपूर्ति करने के लिए टैंकर की व्यवस्था की है और शहर में टैंकर के माध्यम से घराें तक पानी की सप्लाई की जा रही है।उधर पानी की ठप्प पड़ी योजनाओं के बहाल करने का कार्य भी विभाग ने शुरू कर दिया है।
जगह-जगह टूटी सड़कें
बारिश के चलते जगह-जगह सड़कें टूट गई है और कई स्थानों पर मलबा गिरा है।भुंतर के साथ लगते हाथीथान में करीब डेढ़ सौ मीटर एरिया में सड़क पूरी तरह से ब्यास नदी की चपेट में आ गई है जिस कारण भुंतर और मणिकर्ण के बीच का संपर्क टूट गया है। जबकि मणिकर्ण मार्ग में भी जरी और शाट के बीच सड़क एक बहुत बड़ा हिस्सा टूट गया है।
इसके साथ ही मणिकर्ण और कसोल के बीच जगह-जगह सड़क टूट गई है।जबकि कुल्लू-मनाली मार्ग में हालांकि कुल्लू से रायसेन तक के मार्ग को बहाल कर दिया है,लेकिन इससे आगे मनाली तक जगह-जगह सड़क क्षतिग्रस्त हुई है।जिस कारण यह मार्ग वाहनों की आवाजाही के लिए बहाल नहीं हो पाया है।
जान जोखिम में डालकर घाटी से निकल रहे है पर्यटक
मणिकर्ण घाटी में कसोल और मणिकर्ण क्षेत्र में रुके पर्यटक जान जोखिम में डालकर पैदल निकलने लगे है।घाटी में नेटवर्क न होने के कारण पर्यटक होटल संचालकों व ढाबा मालिकाें को खाने पीने के पैसे ऑनलाइन नहीं दे पा रहे है।जिसके चलते पर्यटकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।