आइआइटी मंडी में हिमालयन स्टार्टअप ट्रेक का हुआ समापन, विजेता Startups को दिए गए 10 लाख रुपये के नकद पुरस्कार
मुख्यमंत्री सुक्खू के प्रधान सलाहकार (आइटी) गोकुल बुटेल हिमालयन स्टार्टअप ट्रेक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश स्टार्टअप आइडियाज को विकसित करने के लिए एक बहुत अच्छा स्थान है। प्रदेश सरकार इसके लिए हरसंभव सहयोग करने को तत्पर है। आइआइटी मंडी हिमाचल की सिलिकान वैली बन रही है। विजेता स्टार्टअप्स को 10 लाख रुपये के नकद पुरस्कार वितरित किए।
By Jagran NewsEdited By: Jeet KumarUpdated: Sun, 01 Oct 2023 03:36 PM (IST)
जागरण संवाददाता, मंडी: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) मंडी के हिमालयन स्टार्टअप ट्रेक (एचएसटी) में इस बार 60 स्टार्टअप्स का चयन होगा। संस्थान में शनिवार को आयोजित कार्यक्रम में 100 के करीब स्टार्टअप्स ने अपने नवाचार की जानकारी सबके सामने रखी। बेहतर आइडिया वाले विजेता स्टार्टअप्स को 10 लाख रुपये के नकद पुरस्कार वितरित किए गए।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के प्रधान सलाहकार (आइटी) गोकुल बुटेल मुख्य अतिथि थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश स्टार्टअप आइडियाज को विकसित करने के लिए एक बहुत अच्छा स्थान है। प्रदेश सरकार इसके लिए हरसंभव सहयोग करने को तत्पर है। आइआइटी मंडी हिमाचल की सिलिकान वैली बन रही है। गोकुल बुटेल ने विजेता स्टार्टअप्स को 10 लाख रुपये के नकद पुरस्कार वितरित किए।
नवाचार से सामाजिक समस्याओं का समाधान संभव
आइआइटी मंडी के निदेशक प्रो. लक्ष्मीधर बेहरा ने कहा कि नवाचार से सामाजिक समस्याओं का समाधान संभव है। एचएसटी इस दिशा में प्रयासरत है।इन स्टार्टअप के आइडिया को मिले पुरस्कार
मानव कंप्यूटर इंटरेक्शन में डेढ़ लाख रुपये का प्रथम पुरस्कार अरकनी फोटोबायोलिफ व स्मार्ट कलाम स्टार्टअप के आडिया को मिला। इसमें शहरी उपयोगकर्ताओं के लिए इंफ्रारेड आधारित पहनने योग्य उपकरण विकसित किया जा रहा है। इससे पुराने दर्द, चिंता, अवसाद, अनिद्रा, सूजन, खेल पुनर्वास व न्यूरोप्रोटेक्शन में मदद मिलेगी।
स्मार्ट कलाम स्टार्टअप ने एक स्मार्टपेन बनाया है जो आईडाट्स पर आधारित प्रौद्योगिकी का उपयोग करके डेटा के प्रबंधन और पहुंच के मुद्दे को हल करने के लिए वैश्विक आबादी के लिए लिखावट को पकड़ने में कागज को सक्षम बनाएगा।
द्वितीय पुरस्कार इज गोइंग ऑनलाइन 3डी को मिला है। यह एक ई.कामर्स 3डी कैटलागिंग सिस्टम है जो मध्यम स्तर के व्यवसायों को 3डी स्कैन और कैटलाग उत्पादों की मदद करेगा। पेटेंट 3डी.जेनरेटिव एआइ तकनीक का उपयोग करके सभी प्रकार की सामग्री को एक ही स्थान पर आसानी से बनाने व व्यवस्थित करने में सक्षम बनाएगा।
तृतीय पुरस्कार ईजीओफाई साल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड को मिला है। स्टार्टअप में एआइ तकनीक का उपयोग करके असुरक्षित छवि,साझाकरण समस्याओं और सीमित नैदानिक निर्णय समर्थन को हल करने के लिए चिकित्सा पेशेवरों के लिए चिकित्सा छवियों के विश्लेषण के लिए एक क्लाउड आधारित प्लेटफॉर्म विकसित किया जा रहा है।यह भी पढ़ें- भुभु जोत सुरंग को फोरलेन से जोड़ने के लिए CM सुक्खू ने गडकरी को लिखा पत्र, यातायात होगा सुगम
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