फोरलेन निर्माण में बाधा बने लोगों पर सख्त हुआ प्रशासन व NHAI, अवैध कब्जा हटाकर शुरू किया मार्ग निर्माण
सुंदरनगर उपमंडल के पुंघ से हराबाग तक पांच स्थानों पर फोरलेन निर्माण में बाधा बने लोगों पर प्रशासन व एनएचएआई ने शिकंजा कस दिया है। उन्होंने मार्ग का निर्माण करने के लिए लोगों से घर खाली कराए। पैसा मिलने के बाद भी यहां कई लोग जमीन व घर खाली नहीं कर रहे थे। उन्होंने तीन स्थानों पर उसी समय पोकलेन लगा कटिंग का काम शुरू कर दिया।
By Jagran NewsEdited By: Preeti GuptaUpdated: Fri, 06 Oct 2023 09:02 AM (IST)
जागरण संवाददाता,मंडी। सुंदरनगर उपमंडल के पुंघ से हराबाग तक पांच स्थानों पर फोरलेन निर्माण में बाधा बने लोगों पर प्रशासन व एनएचएआई ने शिकंजा कस दिया है। पैसा मिलने के बाद भी यहां कई लोग जमीन व घर खाली नहीं कर रहे थे।
चार साल से रास्ते के निर्माण की कोशिश कर रहा NHAI
वीरवार को एनएचएआई के अधिकारियों ने पुलिस की उपस्थिति में कब्जे हटाए। तीन स्थानों पर उसी समय पोकलेन लगा कटिंग का काम शुरू कर दिया। पांच स्थानों पर मार्ग अभी दो लेन ही था। इससे यहां अकसर सड़क हादसे होते रहते थे। एनएचएआई पिछले चार साल से यहां मार्ग का निर्माण करने का प्रयास कर रहा था। जमीन मालिक काम नहीं करना देते थे। उपायुक्त मंडी ने विवाद का निपटारा कर यहां फोरलेन निर्माण का मार्ग प्रशस्त कर दिया।
देहवीं में भी शुरु हुआ मलबा हटाने का काम
भवाना सुरंग के साथ लगते देहवीं गांव में बरसात के दौरान पहाड़ दरकने से भारी मलबा फोरलेन पर आ गया था। इससे फोरलेन के दो लेन बंद हो गए थे। पहाड़ के ऊपर जिस व्यक्ति का घर व जमीन थी। वह मलबा हटाने में बाधा उत्पन्न कर रहा था।
एनएचएआई के अधिकारी जब भी मलबा हटाने के लिए जेसीबी लेकर जाते थे। व्यक्ति आत्महत्या करने का भय दिखा काम बंद करवा देता था। हाईकोर्ट से स्टे लाने की बात करता था। प्रशासन के निर्देश पर यहां भी पुलिस की उपस्थिति में मलबा हटाने का काम शुरू हुआ। वाहन चालकों को शीघ्र यहां फोरलेन की सुविधा मिलेगी।
कैंची मोड़ में शुरू हुई पहाड़ की कटिंग
पंडोह कैंची मोड़ का विवाद सुलझने के बाद एनएचएआई के द्वारा वीरवार को पहाड़ की कटिंग का काम शुरू हुआ। 10 मीटर हिस्से में कटिंग न होने से रिटेनिंग वॉल लगाने का काम गति नहीं पकड़ रहा था। अब निर्माण कार्य में गति आने से रिटेनिंग वाल काम शीघ्र पूरा होने की उम्मीद बंधी हैं।
13 अगस्त को बादल फटने से यहां पहाड़ जमींदोज हो गए थे। इससे फोरलेन का नामोनिशान मिट गया था। यहां आरटीडीसी रोपवे का निर्माण कर रहा है। स्टेशन भवन को खतरा बता कटिंग का काम बंद करवा दिया था। दो दिन पहले मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना के हस्तक्षेप से विवाद सुलझा है।
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