Mandi News: 'सिंगापुर की तर्ज पर मंडी में बनेगा बाईपास और पैदल मार्ग', BJP विधायक अनिल शर्मा ने की घोषणा
मंडी के बीजेपी विधायक अनिल शर्मा ने कहा कि सिंगापुर की तर्ज पर बाईपास और पैदल मार्ग का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने ये भी बताया कि ऊहल-मंडी पेयजल संवर्धन योजना को जल शक्ति विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की कड़ी मेहनत से बहाल कर दिया गया है। इससे शहर की जनता को अब पेयजल संकट का सामना नहीं करना होगा।
मंडी, जागरण संवाददाता। Mandi MLA Anil Sharma पूर्व मंत्री एवं सदर हलके विधायक अनिल शर्मा ने कहा कि मंडी शहर में सिंगापुर की तर्ज पर बाईपास व पैदल चलने योग्य मार्ग का निर्माण होगा। वर्षा व बाढ़ से आई आपदा से उबरने के लिए दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सबको मिलकर काम करना होगा।
बुधवार को मंडी में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि ऊहल-मंडी पेयजल संवर्धन योजना को जल शक्ति विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की कड़ी मेहनत से बहाल कर दिया गया है। इससे शहर की जनता को अब पेयजल संकट का सामना नहीं करना होगा। योजना को स्थायी रूप से चलाने के लिए अभी चार करोड़ रुपये की दरकार है। हाल में हुई आपदा से यह योजना बुरी तरह से तहस-नहस हो गई थी।
उन्होंने कहा कि मंडी शहर में शिवाबावड़ी-पंचवक्त्र पुल का निर्माण शुरू करने से पूर्व हाई फ्लड लेवल का सर्वे करने के बाद पुल की ऊंचाई नए सिरे से निर्धारित होगी। इससे पूर्व सीवरेज लाइन को बहाल करने के लिए पैदल पुल का निर्माण कर वहां से लाइन गुजारी जाएगी। आपदा से सीवरेज लाइन को 60 करोड़ का नुकसान हुआ है।
ये भी पढ़ें- Himachal में खराब मौसम ने तोड़ी बागवानों की कमर, नहीं मिल रहे सेब के अच्छे दाम; केंद्र सरकार से भी नाराजगी
सिंगापुर की तर्ज पर होगा बाईपास का निर्माण
अनिल शर्मा ने कहा कि मंडी शहर में यातायात की समस्या के समाधान के लिए सिंगापुर की तर्ज पर बाईपास का निर्माण होगा। इसमें सीवरेज लाइन को भी गुजारा जाएगा। साथ में पैदल चलने योग्य मार्ग का निर्माण होगा।
'शिवधाम पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का ड्रीम प्रोजेक्ट था'
उन्होंने आरोप लगाया कि रघुनाथ पधर में खेल स्टेडियम के निर्माण में स्वास्थ्य विभाग का एक अधिकारी अड़ंगा लगा रहा है। जो बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र में अधिकारियों के आवास बनाने की बात कर इस योजना में बाधा डाल रहा है। शिवधाम पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का ड्रीम प्रोजेक्ट था। नई सरकार के आने पर इसका काम बंद हो गया है। एडीबी से मदद ने मिलने की स्थिति में इसका कार्य आगे बढ़ा पाना संभव नहीं है।