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Himachal News: 635 रूट पर बंद रही बस सेवा, छोटे को 200 व बड़े वाहनों को 1000 रुपये तक मिला पेट्रोल-डीजल

जिला के 72 में से 11 पेट्रोल पंपों में दोपहर तक पेट्रोल व डीजल खत्म हो चुका था और पेट्रोल ओर डीजल के लिए मंगलवार सुबह से ही हाहाकार जैसी स्थिति रही। मंडी जिले में 530 निजी व सरकारी बस रूट प्रभावित रहे। मंडी के बस स्टैंड के पास स्थित पेट्रोल पंप पर निजी समेत पर्यटक वाहनों की सुबह से लंबी कतार थी।

By Mukesh Kumar Edited By: Shoyeb AhmedUpdated: Wed, 03 Jan 2024 12:41 AM (IST)
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बस बंद होने के कारण लंबे रूट की बस में भीड़ के बावजूद चड़ते लोग
जागरण संवाददाता, मंडी। पेट्रोल ओर डीजल के लिए मंगलवार सुबह से ही हाहाकार जैसी स्थिति रही। जिला के 72 में से 11 पेट्रोल पंपों में दोपहर तक पेट्रोल व डीजल खत्म हो चुका था। मंडी जिले में 530 निजी व सरकारी बस रूट प्रभावित रहे। इनमें 230 एचआरटीसी व 300 निजी बस रूट शामिल हैं।

वाहनों की सुबह से लगी रही लंबी कतार

मंडी के बस स्टैंड के पास स्थित पेट्रोल पंप पर निजी समेत पर्यटक वाहनों की सुबह से लंबी कतार लगी थी। छोटे वाहनों को 200 और चार पहिया को 1000 रुपये का तेल पुलिस की मौजूदगी में दिया जा रहा था।

लोग बोतलें कैनी भरवाने आ रहे थे और पर्यटक भी इसी बात का लाभ ले रहे थे। अपनी पानी की कैनी या बोतलों में बारी-बारी पेट्रोल पंप पर डीजल लेने आ रहे थे। मौके पर मौजूद सेल्समैन ने इसका विरोध किया।

पेट्रोल भरवाने में लोगों को हुई परेशानी

हालात ये थे कि एक व्यक्ति बोतल या कैनी में डीजल लेकर जाता था, दूसरा थोड़ी देर बाद आ जाता। इस कारण जहां पंप पर पेट्रोल भरवाने वाले अन्य लोगों को भी परेशानी हो रही थी। पंप के बाहर कांगणीधार रोड पर 100 मीटर तक वाहनों की लंबी लाइन लगी थी।

पुलिस ने व्यवस्थित तरीके से पर्यटकों की वाहनों को किनारे खड़ा किया था। जिला में मंगलवार सुबह तक 4,56,071 लीटर डीजल और 3,50,354 लीटर पेट्रोल था। वहीं सुंदरनगर, नेरचौक, गोहर, सरकाघाट आदि के पेट्रोल पंप पर भी वाहनों की लंबी कतारें देखी गईं।

230 से अधिक रूट बंद होने से भटकते रहे लोग

डीजल की कमी के कारण मंडी जिला के लंबे व ग्रामीण इलाकों के 400 के करीब रूट बंद रहे इसमें। मंडी डिपो में 90, सुंदरनगर से 60, करसोग के 15 रूट, सरकाघाट के 32 और धर्मपुर के 28 रूट बंद रहे। मंडी से चलने वाली चंडीगढ़, शिमला और रामपुर वाया छतरी लंबे रूट की बसों को नहीं भेजा गया।

वहीं ग्रामीण इलाकों में भी बसें एक-एक चक्कर काटकर वापस आ गई। उनको दोबारा नहीं भेजा गया। इस कारण ग्रामीण इलाकों के लोगों और विद्यार्थी दिन भर बसों की तलाश में बस अड्डे के आस पास भटकते रहे। मंडी से निगम को दिन में ही 30 लाख रुपये का नुकसान हुआ है।

300 निजी बस रूट रहे प्रभावित

मंगलवार को डीजल न होने के कारण अधिकतर निजी बसों के पहिये भी थम गए थे। 500 से अधिक निजी रूटों पर चलने वाली बसों में केवल 200 के करीब रूटों पर ही बसें चलीं। अगर आज डीजल की व्यवस्था नहीं होती है तो इनको भी रोक दिया जाएगा। ऐसे में लोगों को परेशानी होगी।

इंडियन आयल के पंप पर आज आ सकता है तेल

ऊना से इंडियन आयल के 90 टैंकर प्रदेश भर के लिए डीजल व पेट्रोल के रवाना होने की सूचना के बाद अब मंडी में जल्द राहत मिल सकती है।

यहां 38 पंप इंडियन आयल के हैं। जिला नियंत्रक खाद्यापूर्ति विभाग पवन कुमार ने बताया कि पेट्रोल डीजल को रिजर्व रखा गया है। जिला में एसडीएम के आदेश के बाद 10 लीटर से अधिक पेट्रोल डीजल मिलेगा। जल्द समस्या से राहत मिलेगी।

मरीज लेकर जा रहे वाहन का पेट्रोल खत्म

जोगेंद्रनगर में मंगलवार को नेरचौक की ओर ले जा रहे एक वाहन का पेट्रोल जब जोगेंद्रनगर में खत्म हो गया। मुख्य बाजार में पंप पर पेट्रोल न होने से तीमारदारों का गुस्सा फूट पड़ा। स्थानीय लोगों व प्रशासनिक हस्तक्षेप के बाद वाहन में कुछ पेट्रोल की व्यवस्था की गई।

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वहीं निजी प्रयोगशालाओं में मरीजों के लिए गए सैंपल मंडी व नेरचौक तक ही भेजे जा सके। जोगेंद्रनगर अस्पताल में क्रसना लैब की प्रभारी सरिता ठाकुर ने बताया कि हड़ताल का असर मरीजों के सैंपल पर भी पड़ा है। वहीं गरोडू व झलवाण में स्थित पेट्रोल पंप में वाहनों की भीड़ के चलते सरकाघाट मार्ग में जाम लग गया।

यहां पर पुलिस के जवानों की तैनाती करनी पड़ी। कार्यकारी एसडीएम डा. मुकुल शर्मा ने बताया कि पेट्रोल व डीजल को आपात समय के लिए रिजर्व रखा है।

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