80 बीघा में बनेगा अटल आयुर्विज्ञान एवं अनुसंधान विश्वविद्यालय नेरचौक का परिसर, 4 दिन बाद जमीन की निशानदेही
अटल आयुर्विज्ञान एवं अनुसंधान विश्वविद्यालय नेरचौक का परिसर अब 123 नहीं बल्कि 80 बीघा में बनेगा। बल्ह हलके के ढांगू में स्वीकृत जमीन की 11 अक्टूबर को निशानदेही होगी। कुछ लोगों ने यहां सरकारी भूमि पर टमाटर की फसल लगा रखी थी। इससे जमीन की निशानदेही करवाने में दिक्कत आ रही थी। हालांकि अब परिसर का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।
By Jagran NewsEdited By: Preeti GuptaUpdated: Sat, 07 Oct 2023 11:33 AM (IST)
जागरण संवाददाता, मंडी। Mandi News: अटल आयुर्विज्ञान एवं अनुसंधान विश्वविद्यालय नेरचौक का परिसर अब 123 नहीं बल्कि 80 बीघा में बनेगा।
बल्ह हलके के ढांगू में स्वीकृत जमीन की 11 अक्टूबर को निशानदेही होगी। कुछ लोगों ने यहां सरकारी भूमि पर टमाटर की फसल लगा रखी थी। इससे जमीन की निशानदेही करवाने में दिक्कत आ रही थी।
नेरचौक मेडिकल कॉलेज के परिसर से संचालित हो रहा अटल विश्वविद्यालय
फसल निकलने के बाद जमीन खाली होते ही विश्वविद्यालय प्रबंधन ने निशानदेही करवाने का निर्णय लिया है। राजस्व विभाग ने निशानदेही के लिए विश्वविद्यालय प्रबंधन को 11 अक्टूबर का समय दिया है।अटल विश्वविद्यालय वर्तमान में नेरचौक मेडिकल कॉलेज के परिसर से संचालित हो रहा है। अपना परिसर न होने से कामकाज सुगमता से नहीं हो पा रहा है। अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए आवास की सुविधा का अभाव है।
परिसर के चारों ओर बनेगी सुरक्षा की दीवार
प्रदेश के सभी मेडिकल, डेंटल, नर्सिंग व आयुर्वेदिक कॉलेजों का संचालन अटल विश्वविद्यालय के तहत हो रहा है। संबद्धता,निरीक्षण,काउंसलिंग व परीक्षा आयोजन का दायित्व अटल विश्वविद्यालय के पास है।वन संरक्षण अधिनियम की एवज में वन विभाग को क्षतिपूर्ति के रूप में एक करोड़ रुपये मिलेगा। सुकेती खड्ड की बाढ़ से बचने के लिए परिसर के चारों ओर सुरक्षा दीवार लगेगी। यह भी पढ़ें- किसान टमाटर से मालामाल तो क्रिप्टो से हुए कंगाल, 150 किसानों से 50 करोड़ की ठगी; नेताओं ने भी लुटाए पैसे
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