Mandi News: भुभु जोत सुरंग को फोरलेन से जोड़ने के लिए CM सुक्खू ने गडकरी को लिखा पत्र, यातायात होगा सुगम
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भुभु जोत सुरंग को दोनों फोरलेन से जोड़ने के लिए केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखा है। उसके साथ ही कांगड़ा से मनाली की दूरी को कम करने के लिए गडकरी को नक्शा और प्रस्ताव भेजा है। इसके साथ ही सुक्खू ने कहा कि 9 जुलाई की आपदा को देखते हुए सड़क के बजाय सुरंग निर्माण को प्राथमिकता देने की बात कही है।
हंसराज सैनी, मंडी: कई सालों से फाइलों में फंसी भुभु जोत सुरंग की उम्मीदों को शीघ्र पंख लग लगेंगे। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बड़ी पहल करते हुए केंद्रीय सड़क,परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिख पठानकोट, मंडी व कीरतपुर मनाली फोरलेन को भुभु जोत सुरंग के माध्यम से आपस में जोड़ने का आग्रह किया है। सुरंग के निर्माण और दोनों फोरलेन के आपस में जुड़ने से यातायात पूरी तरह सुगम होगा।
कांगड़ा से मनाली की दूरी 55 किलोमीटर कम होगी। मनाली से कांगड़ा पहुंचने में मात्र तीन घंटे का समय लगेगा। अभी कांगड़ा से मनाली का सफर तय करने में आठ से नौ घंटे लगते हैं। मुख्यमंत्री सुक्खू ने भुभु जोत सुरंग का निर्माण करने के पीछे तर्क दिया है कि पहाड़ी क्षेत्र में फोरलेन का निर्माण करना उतना आसान नहीं है जितना माना जा रहा था।
आपदा के कारण कुल्लू और लाहुल स्पीति अवरुद्ध
प्राकृतिक आपदा से कीरतपुर मनाली फोरलेन को मंडी से मनाली तक हुआ नुकसान इस बात का प्रमाण है। मार्ग पूरी तरह क्षतिग्रस्त होने कुल्लू व लाहुल स्पीति जिला पूरी तरह कटा रहा। करीब एक माह तक लेह लद्दाख के लिए वाहनों की आवाजाही नहीं हो पाई। ऐसे में वैकल्पिक मार्ग समय की मांग है।
पठानकोट मंडी मार्ग पर एनएचएआई फोरलेन का निर्माण कर रहा है। इस मार्ग का घटासनी शिला बधानी और भुभु जोत कर कुल्लू को सुरंग के माध्यम से जोड़ना उचित रहेगा। इससे कुल्लू के लिए स्थायी रूप से वैकल्पिक मार्ग का प्रविधान हो जाएगा। अगर एक फोरलेन बंद होता है तो दूसरे से कुल्लू व लाहुल पहुंचना संभव होगा। नितिन गडकरी को लिखे पत्र के साथ मुख्यमंत्री सुक्खू ने भुभु जोत सुरंग का प्रस्ताव और नक्शा भी भेजा है। गडकरी से शीघ्र सुरंग निर्माण के लिए सर्वेक्षण और विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करवाने का भी आग्रह किया है।
गडकरी अगर मुख्यमंत्री सुक्खू के प्रस्ताव पर मुहर लगाते हैं तो भुभु जोत सुरंग क्षेत्र के विकास में मील का पत्थर साबित होगी। लोगों को कांगड़ा मनाली आने जाने के लिए मंडी का चक्कर नहीं काटना पड़ेगा।