Crypto Currency Case: सरकार ने Status Report दायर करने को HC से मांगा समय, आरोपित की जमानत याचिका पर अब 28 को होगी सुनवाई
मंडी में हुए क्रिप्टो करेंसी धोखाधड़ी मामले में सरकार ने स्टेट्स रिपोर्ट दायर करने के लिए हाई कोर्ट से दो सप्ताह का समय मांगा है। जमानत याचिका पर बुधवार को न्यायमूर्ति सुशील कुकरेजा के न्यायालय में सुनवाई हुई। मामले की अगली सुनवाई अब 28 दिसंबर को होगी। संजय कुमार ने 11 दिसंबर को जमानत के लिए हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी।
जागरण संवाददाता, मंडी। क्रिप्टो करेंसी धोखाधड़ी मामले में गिरफ्तार सुंदरनगर उपमंडल के महादेव के संजय कुमार की जमानत याचिका पर प्रदेश हाईकोर्ट ने सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। अतिरिक्त महाधिवक्ता ने नोटिस स्वीकार कर मामले की स्टेट्स रिपोर्ट दायर करने के लिए सरकार की ओर से दो सप्ताह का समय मांगा है। जमानत याचिका पर बुधवार को न्यायमूर्ति सुशील कुकरेजा के न्यायालय में सुनवाई हुई।
28 दिसंबर को होगी सुनवाई
मामले की अगली सुनवाई अब 28 दिसंबर को होगी। संजय कुमार ने 11 दिसंबर को जमानत के लिए हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी। इसी मामले में संलिप्त आरोपित धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र के सज्जायोपिपलू के दिग्विजेंद्र सिंह की याचिका पर भी हाई कोर्ट 28 दिसंबर को सुनवाई करेगा।
दिग्विजेंद्र सिंह की याचिका पर भी बुधवार को सुनवाई हुई। एसआइटी की ओर से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक साइबर क्राइम मध्य खंड मनमोहन सिंह ने न्यायालय के समक्ष स्टेटस रिपोर्ट दायर की। बचाव पक्ष के अधिवक्ता ने स्टेटस रिपोर्ट के अध्ययन के लिए न्यायालय से समय मांगा।
आठ दिसंबर को हुई थी पहले मामले की सुनवाई
न्यायालय ने यह मांग स्वीकार कर ली। एक अन्य आरोपित बल्ह हलके के लोहारा के रहने वाले परस राम की जमानत याचिका पर 26 दिसंबर को सुनवाई होगी। इससे पहले मामले की सुनवाई आठ दिसंबर को हुई थी। सरकार ने स्टेटस रिपोर्ट दायर करने के लिए दो सप्ताह का समय मांगा था। तीनों आरोपितों को एसआइटी ने अक्टूबर में गिरफ्तार किया था। तीनों पर निवेशकों को करोड़ों रुपये का चूना लगा खुद एक एक करोड़ रुपये से अधिक पैसा कमाने का आरोप है।
परस राम मंडी जिले के एक विधायक का पीए रह चुका है। अपनी ऊंची पहुंच का लाभ उठा उसने लोगों से क्रिप्टो करेंसी में करीब 300 करोड़ रुपये का निवेश करवाया था। बल्ह उपमंडल में सुभाष शर्मा का क्रिप्टो करेंसी का कारोबार एक तरह से परस राम ही देखता था। क्रिप्टो करेंसी के पैसे से उसने पंजाब के जीरकपुर व बल्ह हलके के नागचला व अन्य क्षेत्रों में करोड़ों रुपये की संपत्ति बनाई है। एसआइटी तीनों की संपत्ति की जांच कर रही है।
सुभाष शर्मा पर कसेगा शिकंजा
महादेव बेटिंग एप के एक प्रमोटर रवि उप्पल की दुबई में गिरफ्तारी होने से अब क्रिप्टो करेंसी के मुख्य आरोपित सुभाष शर्मा पर भी शिकंजा कस सकता है। एसआइटी के आग्रह प न्यायालय उसका गिरफ्तारी वारंट जारी कर चुका है। एसआइटी ने केंद्रीय एजेंसियों से भी उसकी गिरफ्तारी के लिए मदद मांगी है। करीब 2900 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी में सुभाष शर्मा हिमाचल व पंजाब पुलिस को वांछित है।