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Diwali 2023: क्या मिठाइयों की भी होती है एक्सपायरी डेट? यहां पढ़िए कौनसी मिठाई कितने दिन तक खाई जा सकती है

त्योहारों का सीजन है और दीपवली के समय मिठाइयां तो हर कोई खरीदता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन मिठाइयों की भी एक्सपायरी डेट होती है जिसे दुकानदार डिब्बों पर नहीं लिखते हैं। आइए इस आर्टिकल के माध्यम से जानते हैं कि किस मिठाई को कब तक खाया जा सकता है। साथ ही दूध के उत्पादों की शेल्फलाइफ क्या होती है।

By Jagran NewsEdited By: Gurpreet CheemaUpdated: Fri, 10 Nov 2023 01:34 PM (IST)
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दीपावली पर पढ़िए किस मिठाई की कितनी होती है शेल्फलाइफ

मुकेश मेहरा, मंडी। जिस कलाकंद, रसभरी और रसगुल्ले को आप लोग कई दिन तक रखकर खाते रहते हैं, वह एक दिन में ही एक्सपायर हो जाते हैं, अन्य फूड आइटम तरह मिठाई की भी एक्सपायरी डेट होती है, जिसे यूज ऑफ डेट कहा जाता है। दुकानदारों को यूज ऑफ डेट की जानकारी मिठाई के साथ लिखना अनिवार्य होता है लेकिन वह इस बात को छिपाते हैं।

आजकल त्योहार के सीजन में दुकानों पर क्विंटलों के हिसाब से मिठाई का निर्माण होता है और बाद में इसे फ्रिज में रखकर दिया जाता है। आकर्षक रंग और साज-सज्जा दी जाती है, लेकिन यह मिठाइयां कब तक खाई जा सकती हैं इससे संबंधित कोई जानकारी नहीं होती।

केंद्र सरकार की ओर से प्रत्येक मिठाई की डेट ऑफ यूज तय कर रखी है, लेकिन जानकारी के अभाव में लोग इनकी खरीद 10-10 दिन बाद भी करते रहते हैं। पूर्व में दिल्ली में बड़े पैमाने पर हुई जांच के बाद एफएसएसआई ने मिठाइयों की डेट ऑफ यूज जारी की है।

दूध से बने उत्पादों की शेल्फलाइफ कितनी होती है?

इस जांच में पता चला था कि चीनी और दूध से बने उत्पादों की शेल्फलाइफ बहुत कम होती है। अधिक से अधिक एक से चार दिन क्योंकि इनमें रंग और अन्य पदार्थ भी शामिल किए गए हैं। ऐसे में मिठाइयों की यूज ऑफ डेट की जानकारी देकर यह सीधे तौर पर हमारे स्वास्थ्य से खिलवाड़ होता है। खाद्य सुरक्षा विभाग अब दुकानों पर दबिश दे रहा है तथा जोगेंद्रनगर में यूज ऑफ डेट न मिलने पर दो लोगों नोटिस भी जारी किया गया है।

कौन सी मिठाई कितने दिन रखी जा सकती?

  • एक दिन में एक्सपायर होने वाली मिठाई: कलाकंद, बटरस्कोच, रोज कलाकंद, चोकलेट कलांकद।
  • दो दिन में एक्सपायर होने वाली मिठाई: दूध के उत्पाद और बंगाली स्वीट्स, रसगुल्ला, रस मलाई, रबड़ी, राजभोग, चमचम,मलाई रोल, बंगाली रबड़ी, हरीभोग शामिल हैं।
  • चार दिन में एक्सयपायर होने वाली मिठाई: लड्डू, खोया स्वीट्स, मिल्ककेक, बफीर्, बूंदी लड्डू, कोकोनेट लड्डू, मोतीचूर, मोदक, फ्रूट केक, घेवर, रेवडी, ड्राई फूट।
  • सात दिन में एक्सवायर होने वाली मिठाई: घी और ड्राई फ्रूट वाली, काजू कतली, शक्रपारा, गुड पारा, शाही लड्डू, मंगू बर्फी, आटा लड्डू, ड्राइफ्रूट गुजिया, मोती बूंदी लड्डू, काजू केसर बर्फी, काजू रोल, खजूर, बेसन बर्फी, बालूशाही, काजू अंजीर, अंजीर केक, काजू से बने अन्य मिठाइयां।
  • 30 दिन में एक्सपायर होने वाली मिठाई: आटा लड्डू, बेसन लड्डू, चना लड्डू, चन्ना बर्फी, अंजीर खजूर बर्फी, सोहन हवला, गज्जक, चिक्की शामिल हैं।

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सैंपल भरने के 15 दिन बाद आती है रिपोर्ट

खाद्य सुरक्षा विभाग त्योहारी सीजन में दुकानों पर मिठाइयों के सैंपल भरता है, लेकिन इसकी रिपोर्ट 15 दिन के बाद आती है। हालांकि, विभाग की टीम मिठाइयों को मौके पर नष्ट भी करती है। मंडी में ही 1000 क्विंटल मिठाई अब तक नष्ट की जा चुकी है।

मिठाइयों की भी एक्सपायरी डेट होती है। इसे यूज ऑफ डेट कहा जाता है। मिठाइयों पर यह लिखना अनिवार्य होता है। अगर मिठाई विक्रेताओं ने मिठाइयों पर यूज ऑफ डेट नहीं लिखा तो उनके चालान किए जाएंगे।

एलडी ठाकुर, सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा विभाग।