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Farmers Protest: संयुक्त किसान मोर्चा ने की 2021 में हुए समझौते को लागू करने की मांग, कंगना रनौत के कार्यालय में सौंपा ज्ञापन

गैर-राजनीतिक संगठन संयुक्त किसान मोर्चा ने केंद्र सरका से मांग की है कि नौ दिंसबर 2021 को समझौते को जल्द लागू किया जाए। इस बाबत मोर्चे से जुड़े लोगों ने सांसद कंगना रनौत के मंडी कार्यालय में ज्ञापन सौंपा है। गौरतलब है कि एनडीए को इस लोकसभा चुनाव में उन जगहों पर नुकसान हुआ है। जहां किसान आंदोलन मजबूत था।

By Hansraj Saini Edited By: Prince Sharma Updated: Wed, 17 Jul 2024 08:30 PM (IST)
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नौ दिसंबर 2021 को हुए समझौते को जल्द लागू करने की मांग की गई है

जागरण संवाददाता, मंडी। संयुक्त किसान मोर्चा ने केंद्र सरकार से नौ दिसंबर 2021 को हुए समझौते को जल्द लागू करने की मांग की है। मोर्चा के पदाधिकारियों ने बुधवार को सांसद कंगना रनौत को उनके मंडी कार्यालय समन्वयक के माध्यम से ज्ञापन सौंपा।

प्रतिनिधिमंडल में किसान नेता कुशाल भारद्वाज जोगेंद्र वालिया, रामजी दास शामिल रहे। किसान सभा के जिला अध्यक्ष कुशाल भारद्वाज ने बताया कि 16 से 18 जुलाई को देश भर में हर सांसद को इस तरह के ज्ञापन दिए जा रहे हैं।

 ग्रामीण लोकसभा सीटों पर NDA को करना पड़ा हार का सामना

सांसद कंगना रनौत के अपने संसदीय क्षेत्र से बाहर होने के चलते मंडी स्थित उनके कार्यालय समन्वयक के माध्यम से ज्ञापन सौंपा गया। केंद्र सरकार को यह समझना चाहिए कि सत्तारूढ़ गठबंधन को पांच राज्यों में 38 ग्रामीण लोकसभा सीटों पर हार का सामना करना पड़ा है जहां किसान आंदोलन मजबूत था।

कृषि संकट से सामने आए राजनीतिक संकट

पूरे ग्रामीण भारत में सत्तारूढ़ गठबंधन ने 159 सीटें खो दी हैं। यह लंबे चले आ रहे कृषि संकट का परिणाम है और यह भविष्य में कृषि नीतियों में बड़े बदलाव की आवश्यकता को रेखांकित करता है। एमएसपी के साथ खरीद, व्यापक ऋण माफी, बिजली के निजीकरण को निरस्त किया जाए।

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