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हेतराम ठाकुर कमरुनाग देवता के गूर की गद्दी पर काबिज, अकूत दौलत के मालिक हैं देव, जानें क्यों बदलते हैं गूर

Kamrunag Devta मौसम को लेकर जारी उठापटक के बीच रविवार पांच तक आसमान साफ रहा और देव कमरुनाग के गूर की गद्दी पर ठाकुर हेत राम काबिज हो गए।

By Rajesh SharmaEdited By: Updated: Sun, 10 May 2020 10:10 PM (IST)
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हेतराम ठाकुर कमरुनाग देवता के गूर की गद्दी पर काबिज, अकूत दौलत के मालिक हैं देव, जानें क्यों बदलते हैं गूर
गोहर, मृगेंद्र पाल। मौसम को लेकर जारी उठापटक के बीच रविवार पांच तक आसमान साफ रहा और देव कमरुनाग के गूर की गद्दी पर ठाकुर हेत राम काबिज हो गए। देव के माध्यम से हेत राम ठाकुर की भविष्यवाणी सच निकलती है और नवनियुक्त गूर को देवता का सूरजपखा सौंप दिया गया है। मंडी रियासत के आराध्य देव कमरुनाग के दरबार में जब जब किसान व बागवानों को उनके हित में मौसम से संबंधित फरियाद को अनसुना माना जाता रहा है। तब तब देव कमरुनाग के गूर की गद्दी पर बड़ा फेरबदल देखा गया है।

प्रथानुसार आराध्य देव कमरुनाग के दरबार में जब किसानों व बागवानों की फरियाद को गूर देवता तक पहुंचाने में असमर्थ रहता है। तो किसान उसी टोली के अन्य व्यक्ति को उनकी फरियाद पर खरा उतरने के लिए बाध्य करते हैं। इससे पूर्व देवता के कई वर्षों तक रहे गूर देवी राम को भी देव आज्ञा पर गद्दी छोड़ने पर बाध्य होना पड़ा था। लेकिन अबकी बार इस कड़ी में  हेतराम ठाकुर गूर की गद्दी तक कारगर सिद्ध हुए हैं।

बता दें कि फसल की कटाई और बगीचों में फलों के सेटिंग के दौरान क्षेत्र में भारी भरकम बारिश तथा ओलावृष्टि का कहर जारी रहा। जिससे तंग होते ही किसान व बागवानों ने देव कमरुनाग के दरबार का रुख कर दिया, ताकि उन्हें मौसम के कहर से निजात मिल सके। किसानों व बागवानों ने वर्तमान गूर लीलमणी को मौसम से राहत के लिए बाध्य किया। किसानों बागवानों के आगे वर्तमान गूर देवता से फरियाद करनी पड़ी और उन्होंने आठ दिन बारिश न होने तथा आसमान साफ रहने का आश्वासन दिया। लेकिन उनके आश्वासन के बाद भी बारिश ने थमने का नाम नहीं लिया।

किसानों ने रविवार के दिन पूर्व में दो बार रहे देव कमरुनाग के गूर हेतराम ठाकुर को देवता से बारिश न होने की फरियाद को बाध्य किया। हेतराम ने उसी वक्त दोपहर बाद धूपबती कर रविवार के शाम पांच बजे तक मौसम साफ रहने का आश्वासन (परता) दिया था। हेतराम ठाकुर ने फिर देवता से किसानों व बागवानों की मनोकामना पूरी करने के संदर्भ में पांच, सात या दस दिन तक मौसम साफ रखने की फरियाद की थी। यह फरियाद पूर्ण हुई और उनके गूर बनने की आशाएं पूर्ण मानी गई।

उधर देव कमरुनाग के कटवाल भीष्म सिंह ठाकुर ने कहा रविवार के करीब शाम चार बजे से सोमवार की आरती बेला तक हेतराम ठाकुर द्वारा आसमान साफ रहने बारे देवता से फरियाद की थी। हेत राम ठाकुर पहले भी देव कमरुनाग के दो बार गूर रह चुके हैं और देवता के पुराने गूर बलिभद्र सिंह (बल्लू) के पुत्र हैं। जो भी देवता को मंजूर होता सभी मान्य के लिए बाध्य हैं।

अकूत दौलत के मालिक हैं देव कमरुनाग

देव कमरुनाग मंडी जनपद के अधिष्ठाता देव हैं। देव कमरुनाग से मन्नत मांगने जो भी उनके दरबार में जाता है तो वे किसी को निराश नहीं करते हैं। मन्नत पूरी होने के बाद श्रद्धालु कमरुनाग की पवित्र झील में आभूषण और नगदी चढ़ाते हैं। हालांकि देव इसकी आज्ञा नहीं देते हैं, फिर भी लोग आस्था के चलते धन दौलत देवता को चढ़ाते आएं हैं। देवता रविवार को नए गुर के घर कांढी के लिए गोत से रवाना हुए। देवता अब यहां की कोठी में विराजमान रहेंगे। देर शाम आरती के उपरांत देवता की बागडोर नए गूर हेत राम को सौंप दी है।

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