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Himachal disaster: मंडी के इन इलाकों में भी जलप्रलय, मकान-पुल सहित कारें बहीं; गांव में हाहाकार, शोर मचाकर बचाई लोगों की जान

Himachal disaster मंडी के कई इलाकों में जल प्रलय आ गया है। यहां के लोग बेहद मुश्किल में फंस गए हैं। लोगों ने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है। उपमंडल प्रशासन अभी तक तरसवाण पंचायत नहीं पहुंच पाया है। समालंग द्रगड़ और गढ़गांव तीनों गांव का दौरा कर नुकसान का जायजा लिया। तबाही में करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है।

By Jagran News Edited By: Sushil Kumar Updated: Fri, 02 Aug 2024 04:19 PM (IST)
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Himachal disaster: कुल्लू के इन इलाकों में भारी तबाही।
आशीष भोज, पद्धर। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला की चौहार घाटी में मूसलाधार बारिश ने जमकर कहर बरपाया है। चौहारघाटी में बुधवार देर रात राजवन के साथ साथ ग्राम पंचायत तरसवाण की पहाड़ी में भी बादल फटने से करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है। यहां पहाड़ी में बादल फटने बाद गढ़गांव खड्ड और रुलंग नाले में बाढ़ आई है।

दो रिहायशी मकान, एक पुल, तीन फुटब्रिज, एक आरा मशीन, एक घराट और दो गौशालाएं और दो कारें पानी के तेज बहाव में बह गए। दो किलोमीटर के करीब सड़क का नामोनिशान मिट गया है। आलू की फसल से हरी भरी दो बीघा के करीब मलकियत जमीन भी तबाह हुई है।

नुकसान का लिया जायजा

राजवन में हुए जानमाल के नुकसान के चलते उपमंडल प्रशासन अभी तक तरसवाण पंचायत नहीं पहुंच पाया है। ग्रामीण राजस्व अधिकारी संजय कुमार ने पंचायत समिति अध्यक्षा शीला ठाकुर, पंचायत प्रधान जय सिंह ठाकुर और उप प्रधान पारेश्वर ठाकुर के साथ प्रभावित समालंग, द्रगड़ और गढ़गांव तीनों गांव का दौरा कर नुकसान का जायजा लिया। यहां गनीमत रही कि जान का कोई नुकसान नहीं हुआ।

जनजीवन तबाह

पंचायत प्रधान जय सिंह ने बताया कि घटना में द्रगड़ गांव निवासी लाल चंद पुत्र टुलकू राम, रमेश और राकेश पुत्र मंगलू राम के रिहायशी मकानों को नुकसान पहुंचा। वहीं मंघरु राम का घराट और सोहन सिंह की ऑल्टो कार भी तेज पानी के बहाव में बह गई। जबकि लोक निर्माण विभाग की तरसवाण-गढ़गांव-द्रगड़ सड़क का दो किलोमीटर हिस्सा नाले का पानी आने से तबाह हो गया है।

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दो मंजिला घर बह गया

वहीं गढ़गांव में सिरशु राम पुत्र भांड्डू राम का दो मंजिला रिहायशी मकान, सुनील पुत्र गुरुदेव की गौशाला, रामलाल पुत्र बीरबल का घराट, और रेवत राम पुत्र जेठू राम की आरा मशीन बह गई। समालंग गांव में ग्रामीणों की दो बीघा से ज्यादा आलू की खड़ी फसल से भरी उपजाऊ जमीन नाले की भेंट चढ़ गई।

ग्रामीण राजस्व अधिकारी संजय कुमार ने बताया कि घटना के बारे में उपमंडल प्रशासन को सूचना दे दी गई है। वहीं नुकसान का आकलन कर रिपोर्ट प्रेषित की है। पंचायत प्रधान जय सिंह ठाकुर ने प्रभावित ग्रामीणों को हुए नुकसान की भरपाई करने की मांग प्रदेश सरकार और प्रशासन से की है।

हल्कू राम ने सुरक्षित बचाए दो परिवार

देर रात को पहाड़ी से गड़गड़ाहट की आवाज सुनते ही गढ़गांव निवासी 35 वर्षीय युवक हल्कू राम घर से बाहर निकला। समय की नजाकत को भांपते हुए युवक ने शोर मचा गांव के 2 परिवारों को घर से बाहर निकाला।

पांच मिनट में ही रिहायशी मकान नाले के तेज पानी के बहाव में बह गया। हल्कू राम समय रहते यह कदम नहीं उठाता तो यहां भारी जान माल का नुकसान हो सकता था। उधर, चौहारघाटी की आधा दर्जन पंचायतों में बीते 40 घंटों से पूरी तरह ब्लैक आउट है।

जगह जगह पर बिजली के पोल और तारें टूटने से पूरी तरह अंधेरा पसरा हुआ है। जिस कारण ग्रामीणों के मोबाइल और अन्य विद्युत उपकरण ठप होकर रह गए हैं। मोबाइल बंद होने से घटना की सूचना का संप्रेषण भी नहीं हो पा रहा है।

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