मंडी की जेल रोड स्थित मस्जिद में हुए अवैध निर्माण को हटाने के लिए मुस्लिम पक्ष को 7 दिन का समय दिया गया है। आयुक्त न्यायालय के आदेश के बाद हिंदू संगठन सक्रिय हो गए हैं। देवभूमि संघर्ष समिति ने मस्जिद की निशानदेही करवाने के लिए आवेदन की तैयारी कर ली है। मुस्लिम पक्ष के पास 17 अक्टूबर तक का समय है।
जागरण संवाददाता, मंडी। मंडी की जेल रोड स्थित मस्जिद में हुए अवैध निर्माण को हटाकर पुरानी स्थिति बहाल करने के लिए मुस्लिम पक्ष के पास सात दिन का समय है। आयुक्त न्यायालय के निर्णय की कॉपी 17 अक्टूबर को मिली थी। इसके बाद ही 30 दिन गिने जाएंगे। पहले दोनों पक्ष यह मान रहे थे कि निर्णय की अवधि 12 अक्टूबर को समाप्त हो रही है।
आयुक्त न्यायालय ने 13 सितंबर को अपने निर्णय में मुस्लिम पक्ष को जेल रोड स्थित मस्जिद में 30 दिन के अंदर पुरानी स्थिति बहाल करने के निर्देश दिए थे। यदि 17 अक्टूबर तक निगम को आयुक्त न्यायालय के निर्णय के विरुद्ध स्थगनादेश यानी स्टे की कापी नहीं मिलती है तो फिर आगामी कार्रवाई की लाई जाएगी।
आयुक्त न्यायालय के निर्णय की कापी को लेकर देवभूमि संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने बुधवार को आवेदन किया था। वीरवार शाम तक कापी नहीं मिली है।
खंगाल जा रहा पुराना रिकॉर्ड
संघर्ष समिति ने अब मस्जिद की निशानदेही करवाने के लिए आवेदन की तैयारी कर ली है। राजस्व विभाग के रिकॉर्ड में मस्जिद का रकबा 45 वर्गमीटर और खसरा नंबर 1280 में 154.78 वर्गमीटर देवस्थल का रकबा दर्ज है। देवस्थल की जमीन पर मुस्लिम पक्ष का कब्जा है।
देवस्थल के नाम पर पहले से भूमि दर्ज थी या बाद में कहीं रिकार्ड में छेड़छाड़ हुई है, इसकी तह तक जाने के लिए पुराना रिकार्ड खंगाला जा रहा है।
दो मंजिला भवन का निर्माण कार्य
अगर यह भूमि पहले से ही देवस्थल थी तो मुस्लिम पक्ष ने कैसे व कब कब्जा लिया, इस सभी प्रश्नों के उत्तर ढूंढने के प्रयास किए जा रहे हैं।
मुस्लिम पक्ष मस्जिद में करीब 233 वर्गमीटर भूमि होने का दावा कर रहा है। विवाद का कारण बिना नक्शा पास करवाए और नोटिस के बावजूद दो मंजिला भवन का निर्माण कार्य बना हुआ है।
गोपाल कपूर का मोबाइल जब्त
ताजा घटनाक्रम के बाद देवभूमि संघर्ष समिति के पदाधिकारी 14 अक्टूबर को बैठक कर अगली रणनीति बनाएंगे। पहले 15 अक्टूबर को निगम कार्यालय का घेराव करने का निर्णय बुधवार को हुई बैठक में लिया गया था।
मामले को इंटरनेट मीडिया पर हवा देने वाले गोपाल कपूर की दो दिन से कोई नई पोस्ट नहीं आई है। पुलिस ने मंगलवार को उनका मोबाइल फोन जब्त कर लिया था।
उन पर लोगों की धार्मिक भावना भड़ककर दो पक्षों में तनाव पैदा करने का मामला दर्ज हुआ है। उनके समर्थक इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट शेयर कर गोपाल कपूर को पुलिस की ओर से डिजिटल मृत्युदंड देने की बात कह रहे हैं।
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