कंगना रनौत ने कृषि कानून के बाद अब बिजली महादेव रोपवे का किया विरोध, बोलीं- नितिन गडकरी के पास जाने से हिचकिचाउंगी नहीं
Himachal News कंगना रनौत ने कहा कि जब यहां मिट्टी के नमूने लेने के लिए आए थे तो मैंने खुद केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को फोन किया था इसके बाद काम रुका है। उन्होंने कहा कि यहां गांव के लोग नहीं चाहते हैं कि यहां के लिए रोपवे लगे। उसके बाद काम रूक गया था। कुछ लोग रोपवे में निजी स्वार्थ के लिए जुड़े हैं।
संवाद सहयोगी, कुल्लू। बिजली महादेव रोपवे लगाने के मामले में एक बार फिर से तूल पकड़ लिया है। इस मामले में चल रहे विरोध के बाद अब मंडी की सांसद एवं अभिनेत्री कंगना रनौत ने भी बिजली महादेव रोपवे न लगाने का समर्थन किया है। कंगना रनौत ने कहा कि देवता का आदेश ही सर्वोपरि है। रोपवे के मामले में वे लोगों के साथ हैं। कुछ लोग निजी स्वार्थ के लिए रोपवे में जुड़े हैं।
कंगना रणौत कुल्लू के साथ लगते खराहल घाटी के चंसारी गांव में देवता बिजली महादेव के दर्शन के लिए पहुंची थीं। इस दौरान खराहल के लोगों ने बिजली महादेव रोपवे के विरोध की मांग को एक बार फिर से सांसद कंगना रणौत के समक्ष रखा। उन्होंने यहां पर पहुंचने के बाद देवता के समक्ष शीश नवाया और लोगों को संबोधित भी किया।
नितिन गडकरी के पास जाने से नहीं हिचकिचाउंगी
कंगना रनौत ने कहा कि जब यहां मिट्टी के नमूने लेने के लिए आए थे तो मैंने खुद केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को फोन किया था इसके बाद काम रुका है। उन्होंने कहा कि यहां गांव के लोग नहीं चाहते हैं कि यहां के लिए रोपवे लगे। उसके बाद काम रूक गया था। कुछ लोग रोपवे में निजी स्वार्थ के लिए जुड़े हैं। जब भी ऐसी स्थिति आएगी मैं गडकरी के पास जाने से नहीं हिचकिचाउंगी। हमारे लिए देवता का आदेश ही सर्वोपरि है।सड़क पर उतरकर जता चुकी है विरोध
बिजली महादेव रोपवे के विरोध में खराहल और कशावरी फाटी की जनता ने दो बार सड़क पर उतरकर विरोध जता चुकी है। इसके बावजूद भी कुल्लू सदर के विधायक एवं सीपीएस सुंदर सिंह ठाकुर बिजली महादेव रोपवे लगाने के लिए जी जान एक कर रहे हैं। विरोध के बावजूद भी बिजली महादेव रोपवे को वन संरक्षण अधिनियम (एफसीए) के तहत पहले चरण की अनुमति मिल गई है।
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