Himachal Weather : ब्यास नदी की चपेट में बहे छह पुल, मंडी में 218 सड़क मार्ग और 605 बिजली ट्रांसफार्मर बंद
सोमवार सुबह ब्यास के शांत रूप और पंचवक्त्र मंदिर को पुराने स्वरूप में देख कुछ देर के लिए लोगों की सांस में सांस आई थी। घरों व व्यावसायिक परिसरों में घुसे पानी से हुए नुकसान का लोग अभी जायजा लेने लगे थे। देखते ही देखते पंचवक्त्र मंदिर पानी में डूबना शुरू हो गया। संभावित खतरे को भांप लोग घरों से निकल सुरक्षित स्थानों पर चले गए।
By Jagran NewsEdited By: Narender SanwariyaUpdated: Tue, 11 Jul 2023 06:56 AM (IST)
मंडी, मुकेश मेहरा। सोमवार रात को बारिश रुकने के बाद मंगलवार को मौसम साफ है। वहीं ब्यास नदी का जलस्तर काफी नीचे चला गया है। सोमवार को नदी में जलमग्न हुआ पंचवक्त्र मंदिर भी बाहर दिखने लगा लेकिन मंदिर के चारों ओर सिल्ट आ गई है। मंदिर का दरवाजा टूट चुका है और अंदर भी सिल्ट हैं। ब्यास नदी के किनारे रह रहे लोगों ने भी जलस्तर कम होने पर राहत की सांस ली है। दो दिन से लगातार जारी भारी बारिश के कारण मंडी सदर में ही 113 घर खाली करवाए गए हैं। 50 के करीब लोगों को घर खाली करने के लिए कहा गया था। 6 पुल ब्यास नदी की बाढ में बह चुके हैं।
मंडी जिला की 218 सड़क मार्ग, 605 बिजली ट्रांसफार्मर बंद हैं। सराज हल्के का संपर्क कट चुका है। लोगो को रोज की जरूरत का सामान नहीं मिल रहा है। वहीं आज बारिश रुकने के बाद सड़क बहाली के कार्य में तेजी आयेगी। जिला प्रशासन के अधिकारी, एस डी आर एफ और एन डी आर एफ , पुलिस जवान राहत कार्य में तैनात हैं। उपायुक्त मंडी अरिंदम चौधरी और एसपी मंडी सौम्या सामशिवम ने प्रभावित इलाकों का दौरा किया और रेस्क्यू अभियान भी चलाया। उपायुक्त ने कहा कि मौसम ठीक रहा तो आज अधिकतर सड़क मार्ग खोल दिए जायेंगे।
सोमवार सुबह ब्यास के शांत रूप और पंचवक्त्र मंदिर को पुराने स्वरूप में देख कुछ देर के लिए लोगों की सांस में सांस आई थी। घरों व व्यावसायिक परिसरों में घुसे पानी से हुए नुकसान का लोग अभी जायजा लेने लगे थे। देखते ही देखते पंचवक्त्र मंदिर पानी में डूबना शुरू हो गया। संभावित खतरे को भांप लोग घरों से निकल सुरक्षित स्थानों पर चले गए।
दोपहर बाद ब्यास फिर रौद्र रूप दिखाने लगी। नदी में पानी की आवक दोपहर को दो लाख क्यूसेक का आंकड़ा पार कर गई। दूसरे दिन भी सुंदरनगर नहर को पानी की सप्लाई बंद रही। डैहर पावर हाउस में दो दिन से बिजली उत्पादन बंद है। पंडोह बांध से करीब 1.98 लाख क्यूसेक पानी छोड़ने से पंडोह बाजार के निचले भागों में घरों व दुकानों में पानी भर गया। ब्यास के बढ़ते जलस्तर से पंडोह से मंडी तक स्थिति चिंताजनक बनी हुई है।
वहीं, सतलुज नदी में उफान आने से पानी करसोग उपमंडल के तत्तापानी में सड़क तक पहुंच गया। पानी लोगों के घरों में घुस गया। संभावित खतरे को देख यहां घर खाली करवा दिए गए हैं। ब्यास नदी में अभी पानी की आवक दो लाख क्यूसेक के आसपास बनी हुई है। रविवार आधी रात को पानी की आवक घटकर एक लाख रह गई थी। गाद की वजह से पीबीटी सुंदरनगर को पानी की सप्लाई नहीं की जा रही है। (राजेश हांडा, वरिष्ठ अधिशाषी अभियंता, बीबीएमबी पंडोह बांध)।
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