Drang Rock Salt: 25 साल बाद HSL ने फिर शुरू किया द्रंग के नमक का उत्पादन, खूबियां जानकर रह जाएंगे हैरान
हिंदुस्तान साल्टस लिमिटेड (Hindustan Salts Limited) ने करीब 25 साल बाद फिर से खाने वाले द्रंग के चट्टानी नमक (Rock Salt) के उत्पादन की शुरुआत कर दी है। इस नमक में भरपूर मात्रा में मैग्नीशियम कैल्शियम पोटेशियम पाया जाता है। इसके साथ ही इसमें विटामिन डी (Vitamin D) भी पाया जाता है। मैगल में सौर वाष्पीकरण विधि से द्रंग की चट्टानों से नमक का उत्पादन किया जाएगा।
By Jagran NewsEdited By: Deepak SaxenaUpdated: Thu, 28 Sep 2023 07:56 AM (IST)
मंडी, हंसराज सैनी: देश की जनता को एक बार फिर द्रंग के चट्टानी नमक (Rock Salt) का स्वाद चखने को मिलेगा। हिंदुस्तान साल्टस लिमिटेड (एचएसएल) ने करीब 25 साल बाद खाने योग्य नमक का उत्पादन शुरु कर दिया है। मैगल में सौर वाष्पीकरण विधि से नमक तैयार होगा। 1980 के बाद देश में नमक के कारोबार में कई बड़ी निजी कंपनियों ने अपने प्रोडक्ट मार्केट में उतारे थे।
लोगों को पैकेट बंद आयोडीन नमक उपलब्ध होने लगा था। आधुनिक संयंत्र के अभाव में एचएसएल (HSL) का खुला क्रिस्टलयुक्त नमक मार्केट में ज्यादा देर नहीं टिक पाया था। उत्पादन लागत अधिक और आय कम होने पर मैगल में सौर वाष्पीकरण से बनने वाले नमक का उत्पादन एचएसएल ने बंद कर दिया।
एचएसएल और प्रदेश सरकार के बीच रायल्टी पर हुआ था विवाद
2011 में एचएसएल और हिमाचल सरकार के बीच रायल्टी पर विवाद हो गया था। सरकार ने एचएसएल को लीज पर दी जमीन उद्योग विभाग के नाम कर दी। उद्योग विभाग ने प्लाट बनाकर लोगों को बेचना शुरू कर दिए थे। एचएसएल हाईकोर्ट की शरण में गया। उसके बाद जमीन वापस मिली थी।सोल्यूशन माइन संयंत्र लगाने की हुई थी घोषणा
यूपीए सरकार के दूसरे कार्यकाल में लोकसभा चुनाव से ठीक पहले द्रंग में 300 करोड़ की लागत से सोल्यूशन माइन पर आधारित आधुनिक संयंत्र स्थापित करने की घोषणा हुई थी। एनडीए सरकार में इस दिशा में कोई काम नहीं हुआ। द्रंग, गुम्मा और मैगल में तीन रिफाइनरी स्थापित करने की योजना थी।ये भी पढ़ें: किराये में भारी छूट देकर पर्यटकों को रिझाने में जुटे होटल मालिक, कोई 25 तो कोई 50 प्रतिशत तक दे रहा डिस्काउंट
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