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Mandi News: IIT मंडी ने किया पहला स्वदेशी क्वांटम कंप्यूटर विकसित, कंप्यूटिंग तकनीक से विभिन्न क्षेत्रों में आएगी क्रांति

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मंडी ने अपना पहला स्वदेशी क्वांटम कंप्यूटर विकसित किया है। इस कंप्यूटर में क्वांटम यांत्रिकी के नियमों का उपयोग किया गया है। इसके लिए तेजी से गणना करने के लिए फोटान का उपयोग करेगा। इस क्वांटम कंप्यूटिंग तकनीक से कई क्षेत्रों में क्रांति आएगी। ये फीचर लर्निंग और वर्गीकरण की समस्याओं को तुरंत हल करने में सक्षम होगा।

By Hansraj Saini Edited By: Deepak Saxena Updated: Fri, 01 Mar 2024 04:37 PM (IST)
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IIT मंडी ने किया पहला स्वदेशी क्वांटम कंप्यूटर विकसित (सांकेतिक)।
जागरण संवाददाता,मंडी। देश को जल्द ही अपना पहला स्वदेशी क्वांटम कंप्यूटर मिलेगा। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मंडी अपनी तरह का पहला स्वदेशी क्वांटम कंप्यूटर विकसित कर रहा है जो कमरे के तापमान में तेजी से गणना करने के लिए फोटॉन का उपयोग करेगा। क्वांटम कंप्यूटिंग एक तेजी से उभरती हुई तकनीक है जो शास्त्रीय कंप्यूटरों के लिए बहुत जटिल समस्याओं को हल करने के लिए क्वांटम यांत्रिकी के नियमों का उपयोग करती है। यह पहल राष्ट्रीय क्वांटम मिशन का हिस्सा है।

सीपीयू के जगह जीपीयू करेगा काम

यह कंप्यूटर पारंपरिक एल्गोरिदम के बिना 86 पीसी सटीकता के साथ डेटा का विश्लेषण करने और समाधान सुझाने की अपनी क्षमता में अद्वितीय होगा। वीडियो या तस्वीरों जैसे इनपुट को सहजता से संसाधित करेगा सेंटर फार क्वांटम साइंस एंड टेक्नोलॉजी के अध्यक्ष डॉ. सीएस यादव ने कहा हम एक कमरे के तापमान वाले आप्टिकल क्वांटम कंप्यूटर का निर्माण करने में प्रयासरत हैं जो फीचर लर्निंग और वर्गीकरण की समस्याओं को तुरंत हल करने में सक्षम होगा।

एक परिष्कृत उपयोगकर्ता इंटरफेस, क्वांटम सिम्युलेटर और क्वांटम प्रोसेसिंग क्षमताओं के साथ, हमारा कंप्यूटर सीपीयू के बजाय ग्राफिक्स प्रोसेसर (जीपीयू) के रूप में काम करेगा, जो वीडियो या तस्वीरों जैसे इनपुट को सहजता से संसाधित करेगा। कंप्यूटर एक वैज्ञानिक के जिज्ञासु दिमाग को प्रतिबिंबित करेगा।

चर्चाओं में गूगल और आईबीएम कंपनियों के कंप्यूटिंग कंप्यूटर

डॉ. यादव ने कहा कि यह इनपुट डेटा में छिपी अंतर्निहित गतिशीलता को समझाने के लिए एक मॉडल निकालेगा और क्वांटम लाइव फीड के रूप में आउटपुट वितरित करेगा। क्वांटम एल्गोरिदम बनाना कठिन है, फिर भी संस्थान द्वारा विकसित किया जा कंप्यूटर एक विज्ञानिक के जिज्ञासु दिमाग को प्रतिबिंबित करेगा, जो एल्गोरिदम पर भरोसा किए बिना, 86 पीसी सटीकता के साथ अज्ञात बड़े डेटा के लिए तेजी से एक अनुमानित सैद्धांतिक मॉडल का सुझाव देगा। गूगल और आइबीएम जैसी कंपनियों के अपने क्वांटम कंप्यूटर दुनिभा भर में क्वांटम कंप्यूटिंग को लेकर काफी चर्चा है।

ऑप्टिकल क्वांटम कंप्यूटर तेजी से गणना के लिए करेगा फोटॉन का इस्तेमाल

गूगल और आइबीएम जैसी कंपनियों ने अपने-अपने क्वांटम कंप्यूटर बनाए हैं। जो सुपरकंडक्टिंग जोसेफसन जंक्शन क्वबिट पर आधारित है। क्वांटम कंप्यूटिंग का उपयोग करने के लिए आपको बहुत कम तापमान की आवश्यकता होगी। संस्थान का उद्देश्य कमरे के तापमान पर फोटान आधारित क्वांटम कंप्यूटर बनाना है। जोसेफसन जंक्शन वह तत्व है जो सुपरकंडक्टिंग सर्किट को क्वबिट में बदलने के लिए आवश्यक गैर-रैखिकता प्रदान करता है। स्वयं को अपडेट करने और अपनी मेमोरी को मिटाने में सक्षम होगा कमरे के तापमान वाला ऑप्टिकल क्वांटम कंप्यूटर तेजी से गणना करने के लिए फोटॉन का उपयोग करेगा।

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तीन महत्वपूर्ण घटक विकसित कर रहा संस्थान

क्वांटम बिट्स (क्यूबिट्स) का उपयोग करते हुए, कंप्यूटर एक साथ कई स्थितियों में मौजूद रहेगा। इससे अविश्वसनीय रूप से तेज प्रसंस्करण की अनुमति मिलेगी। सिस्टम एक विशेष जेल का उपयोग करके स्वयं को अपडेट करने और अपनी मेमोरी को मिटाने में सक्षम होगा। तीन महत्वपूर्ण घटक विकसित करने पर संस्थान क्वांटम कंप्यूटिंग प्रणाली को एक साथ 16 टास्कस से लेकर 1024 टास्कस तक बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। इसे प्राप्त करने के लिए, टीम तीन महत्वपूर्ण घटक विकसित कर रही है। एक एकल फोटान स्रोत, एक चरण-संवेदनशील एकल फोटान एवलांच डायोड (एसपीएडी), और एक बहुउद्देशीय कोइंसिडेंस काउंटर हैं। यह घटक क्वांटम कंप्यूटर के निर्माण के लिए महत्वपूर्ण हैं।

आयात निर्भरता में होगी कमी

विभिन्न क्षेत्रों में क्रांति लाने को क्वांटम कंप्यूटर आईआईटी मंडी के निदेशक प्रोफेसर लक्ष्मीधर बेहरा के अनुसार, संस्थान में सेंटर फार क्वांटम साइंस एंड टेक्नोलाजी (सीक्यूएसटी) क्वांटम कंप्यूटिंग तकनीक में महत्वपूर्ण प्रगति कर रहा है, जो विभिन्न क्षेत्रों में क्रांति लाने के लिए तैयार है। राष्ट्रीय क्वांटम मिशन के माध्यम से हम आनुवंशिकी, खगोल भौतिकी, वित्त और मौसम पूर्वानुमान में फीचर सीखने और वर्गीकरण क्षमताओं को बढ़ाने के उद्देश्य से अभूतपूर्व नवाचारों के साथ क्षेत्र को आगे बढ़ा रहे हैं। रणनीतिक रूप से तीन तत्काल उत्पादों का चयन करते हुए, हम क्वांटम कंप्यूटर के निर्माण के लिए महत्वपूर्ण प्रत्येक घटक को विकसित करने के लिए तैयार हैं। इससे आयात निर्भरता कम होगी और भारत सरकार के लिए महत्वपूर्ण लागत बचत होगी।

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