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चौहारघाटी के हुरंग गांव में तीन दिवसीय काहिका उत्सव शुरू

सहयोगी पद्धर मंडी जिले की चौहारघाटी के हुरंग गांव में बुधवार को काहिका उत्सव (देव समा

By JagranEdited By: Updated: Wed, 03 Aug 2022 11:50 PM (IST)
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चौहारघाटी के हुरंग गांव में तीन दिवसीय काहिका उत्सव शुरू

सहयोगी, पद्धर : मंडी जिले की चौहारघाटी के हुरंग गांव में बुधवार को काहिका उत्सव (देव समागम) धूमधाम से शुरू हुआ। देव समागम में अहम भूमिका निभाने वाला जोगेंद्रनगर के हराबाग का नड़ परिवार भूखे पेट नंगे पांव 12 घंटे पदयात्रा करते हुए मंगलवार रात को हुरंग गांव पहुंचा। इसके बाद देव हुरंग नारायण का मोहरा पुजारी इंद्र सिंह के सिर पर सवार होकर देवता की भराड़ी में आया। जहां देवता के परिवार का वास है।

नड़ परिवार के मुखिया पवन कुमार ने भराड़ी के समीप चार वेद खड़ी कर मुरगण रस्म की शुरुआत की। देर रात 12 बजे बाद नड़ पवन कुमार ने देव नीति के साथ देवाधिदेव हुरंग नारायण के इतिहास और मानव जाति के सृजन की कथा सुनाई। देव समागम के दूसरे दिन वीरवार को देव हुरंग नारायण के डांगु देव पेखरा गहरी सबसे पहले हुरंग मंदिर पहुंचेंगे। ग्रामीण देव पेखरा गहरी की पूजा-अर्चना कर उनका स्वागत करेंगे। देव पशाकोट के आगमन से दो दिन धूमपान की रहेगी छूट

हुरंग गांव में धूमपान प्रतिबंधित है। पांच साल बाद दो दिन के लिए इसमें छूट मिलेगी। आराध्य देव पशाकोट का आगमन होगा। देव पशाकोट हुक्का तंबाकू के साथ देवता हुरंग नारायण के प्रांगण में प्रवेश करेंगे। इसके बाद दो दिन तक देव हुरंग नारायण के प्रांगण में धूमपान की छूट रहेगी, जबकि मंदिर में किसी भी प्रकार का तंबाकू उत्पाद नहीं जाएगा। आज देव मिलन होगा मुख्य आकर्षण

देव हुरंग नारायण के पुजारी इंद्र सिंह ने कहा कि घाटी के अन्य सात देवता वीरवार प्रात: देव हुरंग नारायण मंदिर में हाजिरी भरेंगे। छिद्रा रस्म की शुरुआत की जाएगी। इसमें सबसे पहले देव हुरंग नारायण का छिद्रा नड़ परिवार करेगा। नड़ पवन कुमार की होगी अग्निपरीक्षा

नड़ पवन कुमार शुक्रवार को अग्नि परीक्षा देंगे। छिद्रा रस्म निभाने के बाद पवन कुमार देव हुरंग नारायण का मोहरा छूते ही अचेत हो जाएंगे। इसके लिए देवताओं के गूर और पुजारी देवता से नड़ की अचेत देह में प्राण लौटाने की गुहार देव हुरंग नारायण से लगाते हैं। देव शक्ति से फिर पवन कुमार के प्राण लौटेंगे।

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