Kiratpur-Manali Four Lane: कब खुलेगा मंडी बाईपास? 2 किलोमीटर लंबी चार सुरंगों का काम लगभग हुआ पूरा
कीरतपुर-मनाली फोरलेन (Kiratpur-Manali Four Lane) पर बने मंडी बाईपास को स्थायी रूप से खोलने का फैसला अगले हफ्ते होगा। अभी ट्रायल और सुरंगों की जांच चल रही है। पुल और फोरलेन ट्रायल में पास हो गए हैं। चारों सुरंगों में प्रदूषण का स्तर मापा जा रहा है। अगर सब सही रहता है तो जल्द ही बाइपास को खोल दिया जाएगा।
जागरण संवाददाता, मंडी। कीरतपुर-मनाली फोरलेन पर बने 8.100 किलोमीटर लंबे मंडी बाईपास को स्थायी रूप से खोलने पर अगले सप्ताह निर्णय होगा। बाईपास का निर्माण करने वाली केएमसी कंस्ट्रक्शन कंपनी व भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अधिकारी सोमवार को परियोजना अधिकारी वरुण चारी को रिपोर्ट सौंपेंगे। वह इन दिनों प्रशिक्षण के लिए गोवा गए हुए हैं।
बाईपास का ट्रायल तीसरे दिन भी जारी रहा। पुल और फोरलेन ट्रायल की कसौटी पर खरे उतरे हैं। करीब दो किलोमीटर लंबी चारों सुरंगों की टेस्टिंग का काम चल रहा है। सुरंगों में प्रदूषण का स्तर मापा जा रहा है। लाइट ओरिएंटेशन की बारीकी से जांच हो रही हैं। सेंसर ठीक से काम कर रहे हैं या नहीं इसकी निगरानी की जा रही है। केरल की एक कंपनी यह सब काम देख रही है।
केएमसी ने केरल की कंपनी से सुरंगों के अंदर सेंसर व अन्य तकनीक लगवाई है। सुरंगों के अंदर लगी तकनीक अगर टेस्टिंग की कसौटी पर खरी उतरती है तो उसके बाद सुरंगों को स्थायी रूप से आवाजाही के लिए खोलने पर निर्णय होगा।
होटल वैली व्यू के पास दुर्घटना रोकने के लिए एनएचएआइ ने पुराने मार्ग पर दो बड़े बड़े गतिरोधक तैयार किए हैं। यहां बैरिकेड भी लगाए गए हैं। बाईपास को दिन के समय ट्रायल के लिए खोला जा रहा है। बाईपास के खुलते ही बगला से मंडी तक पुराने मार्ग पर सन्नाटा पसर रहा है।
मंडी बाईपास को स्थायी रूप से खोलने पर अगले सप्ताह निर्णय होगा। फिलहाल ट्रायल व सुरंगों की टेस्टिंग का काम चल रहा है।
वरुण चारी, परियोजना निदेशक, एनएचएआई, मंडी