मस्जिद विवाद के बाद अब महंतों ने किया नगर भ्रमण, रैली के दौरान मुस्लिमों ने बंद रखी दुकानें
Mandi Masjid Vivad मंडी में मस्जिद विवाद के बाद हिंदू संगठनों ने नगर भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने धर्म परिवर्तन करवाने वालों और ईसाई मशीनरियों के खिलाफ आवाज बुलंद की। नगर भ्रमण के दौरान शहर में मुस्लिम समुदाय के लोगों की दुकानें बंद रहीं। महंतों ने लोगों से कहा कि जब तक समाज जागरूक नहीं होगा इस तरह के अवैध कब्जे होते रहेंगे।
जागरण संवाददाता, मंडी। मस्जिद विवाद के बाद मुस्लिम समुदाय के खिलाफ मंडी के लोगों को जागरूक करने के लिए हिंदू संगठनों ने नगर भ्रमण किया। इस दौरान विभिन्न हिंदू संगठनों से आए साधुओं ने धर्म परिवर्तन करवाने वालों ईसाई मशीनरियों के खिलाफ भी आवाज बुलंद करने की बात कही। वहीं नगर भ्रमण के दौरान शहर में मुस्लिम समुदाय के लोगों की दुकानें बंद रहीं।
महंतों ने लोगों से कही ये बात
मंच से महंतों ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि जब तक हमारा समाज जागरूक नहीं होगा, इस तरह की अवैध कब्जे होते रहेंगे। उन्होंने कहा कि संजौली में आवाज बुलंद करने पर हम पर लाठियां बरसाई गईं, लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में हालात यह हैं कि यह लोग हमारे घर दुकान पर किरायेदार बनकर आते हैं और हमारी बहु-बेटियों पर नजर रखते हैं। बाद में घरों पर कब्जे किए जाते हैं। हमारी नाराजगी यहां लंबे समय से रहे रहे समुदाय के लोगों से नहीं है, बल्कि उनसे है जो बाहर से आकर यहां कब्जे कर रहे हैं, हमारे समाज पर बुरा असर डाल रहे हैं।
इस दौरान नगर भ्रमण सेरी मंच से मोती बाजार, चंद्रलोक गली, चौहाटा बाजार आदि होते हुए उपायुक्त कार्यालय तक पहुंची।
उपायुक्त मंडी के माध्यम से राष्ट्रपति को सौंपा ज्ञापन
पत्रकारों से बातचीत में महंतों ने कहा कि मुस्लिम समुदाय की महिलाएं बुर्के पहनकर निकलती हैं उनकी आंखें खुली होती हैं लेकिन हमारी महिलाओं की आंखें बंद हैं बाकी इंटरनेट मीडिया पर सब दिखा रही हैं।
उन्होंने कहा कि इसका लाभ ही यह लोग उठा रहे हैं। साथ ही जो लोग धर्म परिवर्तन करवाने का कार्य कर रहे हैं उनके खिलाफ भी आवाज बुलंद होगी। इसके बाद उपायुक्त मंडी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा गया।यह भी पढ़ें- संजौली मस्जिद तोड़ने पर नहीं आया फैसला तो शुरू करेंगे जेल भरो आंदोलन, हिमाचल में प्रदर्शनकारियों का अल्टीमेटम
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।