Himachal News: 'टपोरी शब्दों का प्रयोग कर रहीं कंगना, हिमाचल में नहीं कोई जगह', विक्रमादित्य ने दी खुली चुनौती
हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट पर कांग्रेस से विक्रमादित्य सिंह और बीजेपी से कंगना रनौत के प्रत्याशी घोषित (Mandi Lok sabha Election 2024) होने के बाद एक दूसरे से ठनी हुई है। दोनों ही एक दूसरे पर जमकर जुबानी हमला कर रहे हैं। वहीं कांग्रेस के उम्मीदवार विक्रमादित्य सिंह ने कंगना की शब्दावली को टपोरी बताया। उन्होंने कहा कि वो मुंबई में रहकर टपोरी शब्दावली की आदी हो गई हैं।
जागरण संवाददाता, मंडी। संसदीय क्षेत्र मंडी से कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह ने एक बार बीजेपी प्रत्याशी और एक्ट्रेस कंगना रनौत ((Vikramaditya Singh big Statement on Kangana Ranaut) को उनकी शब्दावली को लेकर तंज कसा है। उन्होंने उनकी भाषा को टपोरी वाली बताया।
उन्होंने कहा कि कंगना रनौत टपोरी शब्दावली का प्रयोग कर रही हैं। वह मुंबई में रहकर टपोरी शब्दावली की आदी हो गई हैं। देवभूमि हिमाचल में ऐसी शब्दावली के लिए कोई जगह नहीं है। यहां हिंदुत्व का नहीं विकास का कार्ड चलेगा। आरएसएस कंगना के खानपान पर अपनी स्थिति स्पष्ट करें।
कंगना रनौत को विक्रमादित्य ने दी खुली चुनौती
सोमवार को मंडी में पत्रकारों से बात करते हुए विक्रमादित्य सिंह ने कंगना रनौत को खुली चुनौती दी कि अगर उनमें हिम्मत है तो वह सेरी मंच पर आकर जनता को अपना विजन बताएं। कंगना इतिहास को विकृत करने का प्रयास कर रही हैं। 2014 में आजादी मिलने की बात कर वह हजारों स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान कर रही हैं। बेहतर होगा चुनाव के बाद कंगना इतिहास विषय की ट्यूशन रख लें।केंद्र से मिली मदद हिमाचल का हक- विक्रमादित्य सिंह
इसके साथ ही उन्होंने नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर (Jairam Thakur) पर निशाना साधते हुए कहा कि झूठी वाहवाही लूटने के लिए मंडी की जनता को अंतरराष्ट्रीय स्तर के हवाई अड्डे का सपना दिखाया गया। क्या मुख्यमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट ऐसा होता है, जिसमें बजट का कोई प्रविधान नहीं किया।केंद्र सरकार ने स्वीकृति नहीं दी, भूमि अधिग्रहण हुआ नहीं। छोटी काशी के प्राचीन मंदिरों का जीर्णोंद्वार करने के बजाय कांगनी को कंक्रीट का जंगल बना दिया। केंद्र सरकार से जो मदद मिली है वह हिमाचल का हक है। इसका श्रेय प्रदेश सरकार को जाता है।
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