मंडी में तेज बारिश से तबाही, बल्ह घाटी में टमाटर की फसल खराब; दुकानों-घरों में पानी घुसने से लाखों का नुकसान
Mandi News मंडी जिले में हुई मूसलाधार बारिश ने जमकर अपना कहर बरपाया है। लोगों को काफी नुकसान झेलना पड़ रहा है। लारजी व पंडोह बांध के गेट खोले गए। ब्यास नदी का जलस्तर 40000 क्यूसेक तक पहुंचा। कीरतपुर मनाली फोरलेन व पठानकोट मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों के पहिये थम गए हैं। बल्ह घाटी में खेतों मे जलभराव होने से टमाटर की फसल को भारी नुकसान हुआ है।
जागरण संवाददाता, मंडी। मंडी जिले के बल्ह, द्रंग व सराज विधानसभा क्षेत्र में रविवार रात हुई मूसलाधार बारिश ने भारी तबाही मचाई है। भूस्खलन व मलबा आने से कीरतपुर मनाली फोरलेन व पठानकोट मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों के पहिये थम गए हैं। ब्यास नदी का जलस्तर करीब 40,000 क्यूसेक तक पहुंच गया है। नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है।
निचले क्षेत्रों में बने बाढ़ जैसे हालात
राज्य विद्युत परिषद के 126 मेगावाट क्षमता के लारजी बांध व बीबीएमबी के पंडोह बांध के गेट खोल दिए गए हैं। लारजी बांध से गाद की निकासी शुरू हो गई हे। इससे प्रोजेक्ट में बिजली उत्पादन बंद हो गया है। पंडोह बांध के दो गेट दो-दो मीटर खोले गए हैं।
टबांध से निचली तरफ 33,000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इससे निचले क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालत हो गए हैं। जिले के दोनों प्रमुख मार्गों के बंद होने से सैकड़ों वाहन जगह जगह फंसे हुए हैं। जिले के अधिकतर नदी नालों का जलस्तर बढ़ गया है।
1000 बीघा भूमि में जलभराव
बल्ह घाटी में करीब 1000 बीघा भूमि में जलभराव हो गया है। इससे टमाटर की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। जलभराव के कारण खेत से टमाटर निकालना मुश्किल हो गया है।
इससे पड़ोसी राज्यों को टमाटर की सप्लाई नहीं हो पाएगी। टमाटर के दाम में और उछाल आने की संभावना है। सेकड खड्ड में बाढ़ आने से कुम्मी पंचायत के घट्टा मेला लगाने आए व्यापारियों का सामान बह गया। व्यापारियों ने भाग कर अपनी जान बचाई। व्यापरियों को लाखों का नुकसान हुआ है।
झुग्गी झोपड़ी वालों ने भाग कर बचाई जान
डडौर में झुगी झोपड़ी बनाकर रहने वाले प्रवासियों ने आधी रात को भाग कर अपनी जान बचाई। झुगी झोपड़ियों में सुकेती खड्ड का पानी घुस गया। कई झुग्गी झोपड़ियां पानी के तेज बहाव में बह गई। प्रवासियों ने यहां फोरलेन के किनारे शरण ली है।
दुकानों व घरों में घुसा मलबा
बल्ह उपमंडल के रत्ती में दुकानों व घरों में पानी और मलबा घुसने से लोगों को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। डडौर में लोगों के घरों व दुकानों में दो से तीन फीट तक पानी भरा हुआ है। घर के अंदर रखा सारा सामान खराब हो गया है।
तुंगासी नाले ने बरपाया कहर
सराज हलके के तुंगधार पंचायत में तुंगासी नाले ने कहर बरपाया है। नाले का जलस्तर बढ़ने से यहां कई वाहन बह गए। इससे लाखों का नुकसान हुआ है।
फोरलेन पर बह रहा नालियों का पानी
कनैड से लेकर डडौर पर नालियों का पानी कीरतपुर मनाली फोरलेन पर बह रहा है। भौर के समीप पानी के तेज बहाव से फोरलेन में भारी गड्ढा पड़ गया है।
यहां मार्ग धंसना शुरू हो गया है।
टमाटर के खेतों में फंसे मजदूर सुरक्षित निकाले
टमाटर के खेतों में रात को टेंट लगाकर सोए तीन मजदूर जलभराव होने से फंस गए। सुकेती खड्ड का पानी खेतों में घुस गया। तीनों मजदूरों को कड़ी मशक्कत के बाद सुरक्षित निकाला गया।
150 के करीब मार्ग व 300 ट्रांसफार्मर प्रभावित
भूस्खलन व मलबा गिरने से जिला भर में 150 मार्ग बाधित और 300 ट्रांसफार्मर प्रभावित हुए हैं। इससे लोगों की मुश्किल बढ़ गई है। बिजली गुल होने से
लोगों को रात अंधेरे में गुजारनी पड़ी।
आईआईटी मंडी का जिला मुख्यालय से संपर्क कटा
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मंडी का जिला मुख्यालय से संपर्क कट गया है। घोड़ा फार्म के पास भारी भूस्खलन होने से कटौला कमांद मार्ग बंद हो गया है। मार्ग बहाल करने के लिए दो जेसीबी लगाई गई है।
हेमा मालिनी का कार्यक्रम रद्द
मौसम प्रतिकूल होने की वजह से बॉलीवुड अभिनेत्री हेमा मालिनी का आईआईटी मंडी में आज प्रस्तावित कार्यक्रम रद्द हो गया है। हेमा मालिनी को आईआईटी के साथ सहमति पत्र पर हस्ताक्षर करने थे। आईआईटी में जी 20 व एस20 कार्यक्रम चल रहा है।
उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री के कार्यक्रम पर भी संशय बना हुआ है। सम्मेलन में भाग लेने आए कई प्रतिनिधि मंडी में फंस गए हैं। वर्षा से जिले के कई क्षेत्रों में नुकसान हुआ है। बंद मार्गों को बहाल करने के लिए जेसीबी लगाई गई है। राजस्व विभाग को नुकसान का आलकन करने के निर्देश दिए गए हैं।