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'बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया, ये भाजपा की चाल', विक्रमादित्य सिंह के रेहड़ी-पटरी वाले बयान पर क्या बोलीं मां प्रतिभा सिंह

हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस प्रमुख प्रतिभा सिंह ने कहा है कि वह राज्य की सुरक्षा के लिए बाहरी लोगों की पहचान के पक्ष में हैं लेकिन भाजपा की विचारधारा या उसकी कार्यशैली से सहमत नहीं हैं। उनकी यह टिप्पणी हिमाचल प्रदेश के मंत्री विक्रमादित्य सिंह की उस घोषणा के एक दिन बाद आई है। मंत्री ने स्ट्रीट वेंडरों के लिए अपना नाम प्रदर्शित करने का एलान किया था।

By Agency Edited By: Prince Sharma Updated: Sat, 28 Sep 2024 06:32 PM (IST)
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प्रतिभा सिंह ने कहा कि सुरक्षा के लिए बाहरी लोगों की पहचान जरूरी है

पीटीआई, शिमला। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस प्रमुख प्रतिभा सिंह ने शनिवार को कहा कि वह राज्य की सुरक्षा के लिए बाहरी लोगों की पहचान के पक्ष में हैं। लेकिन भाजपा की विचारधारा या उसकी कार्यशैली से सहमत नहीं हैं।

उनकी यह टिप्पणी हिमाचल प्रदेश के मंत्री विक्रमादित्य सिंह की उस घोषणा के एक दिन बाद आई है, जिसमें उन्होंने स्ट्रीट वेंडरों के लिए अपना नाम प्रदर्शित करने का एलान किया था। विक्रमादित्य के इस बयान से हिमाचल की सियासत गरमा गई।

कांग्रेस महासचिव से मिलीं प्रतिभा सिंह

इस बाबत पार्टी ने कहा कि किसी को भी कांग्रेस की नीतियों और विचारधारा के खिलाफ जाने की अनुमति नहीं है। इसी क्रम में आज प्रतिभा सिंह ने नई दिल्ली में कांग्रेस महासचिव प्रभारी केसी वेणुगोपाल से मुलाकात की।

दिल्ली में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए प्रतिभा सिंह ने कहा कि इस मुद्दे को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि राज्य की आंतरिक सुरक्षा के मद्देनजर यात्रा का उद्देश्य जानने के लिए बाहरी लोगों की पहचान की जानी चाहिए। प्रतिभा सिंह ने कहा कि पार्टी आलाकमान लोगों की भावना से वाकिफ है।

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शिमला में मस्जिद विवाद से तनाव

उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कहा था कि हमें नफरत छोड़कर प्यार फैलाना चाहिए और हम हमेशा इसका पालन करते हैं।

हिमाचल प्रदेश में कई जगहें, खासकर शिमला, संजौली में एक मस्जिद को गिराने की मांग को लेकर हफ्तों पहले हुए बड़े पैमाने पर प्रदर्शनों के बाद से तनाव में हैं।

मस्जिद मुद्दे ने जल्द ही हिमाचल प्रदेश में काम करने के लिए आने वाले प्रवासी श्रमिकों के पंजीकरण के लिए हिंदू दक्षिणपंथी समूहों की मुखर मांगों को जन्म दिया। शनिवार को सैकड़ों लोगों ने राज्य के हमीरपुर में देवभूमि संघर्ष समिति के बैनर तले रैली निकाली, जिसमें वक्फ बोर्ड को खत्म करने और प्रवासियों के सत्यापन की मांग की गई।

प्रतिभा सिंह ने कहा कि देवभूमि के नाम से मशहूर हिमाचल प्रदेश एक शांतिपूर्ण राज्य है और यहां ऐसी घटनाएं कभी नहीं हुई हैं और राज्य के लोगों का कल्याण और सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।

उन्होंने कहा कि यह भाजपा की चाल है और अफवाहें फैलाई जा रही हैं और हम इस तरह के कृत्य की निंदा करते हैं। हम भाजपा की विचारधारा और कार्यशैली से अलग हैं और इसे स्वीकार नहीं करते हैं।

विक्रमादित्य ने बयान में क्या कहा था

विक्रमादित्य सिंह ने बुधवार को यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया कि उत्तर प्रदेश की तर्ज पर रेहड़ी-पटरी वालों, खासकर खाद्य पदार्थ बेचने वालों के लिए अपनी दुकानों पर पहचान पत्र प्रदर्शित करना अनिवार्य होगा। इसके बाद कांग्रेस राज्य सरकार ने स्पष्ट किया कि ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया गया है।

एआईसीसी के हिमाचल प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला ने गुरुवार को कहा कि रेहड़ी-पटरी वालों को लाइसेंस दिए जाएंगे और उन्हें विनियमित किया जाएगा ताकि पुलिस उन्हें परेशान न करे। उन्होंने कहा कि उन्हें मालिक के रूप में अपना नाम बताने वाला कोई साइन बोर्ड प्रदर्शित करने की कोई आवश्यकता नहीं है।

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