Crypto Currency और Forex में रिश्तों की भी ट्रेडिंग, दोषी ने करीबी रिश्तेदारों को भी नहीं बख्शा; करवाया था हजार करोड़ का निवेश
क्रिप्टो करेंसी व फॉरेक्स ट्रेडिंग में आरोपित ने अपने रिश्तेदारों को भी लूट का शिकार बनाया। अपनों को विश्वास में लेकर ऐसे लोगों ने करीब 1000 करोड़ रुपये का निवेश करवाया था। पहले ये लोग एक-एक रुपये वापस करने की सौगंध खाते थे। अब मामले का पर्दाफाश होने व मुख्य आरोपित सुभाष शर्मा के दुबई भागने के बाद मुंह छिपा रहे हैं।
जागरण संवाददाता, मंडी। क्रिप्टो करेंसी व फॉरेक्स (विदेशी मुद्रा) ट्रेडिंग में अपनों ने ही अपनों को लूटा है। भाई ने बहन, भानजे ने मामा व अन्य रिश्तेदारों को भी नहीं बख्शा। अपनों को विश्वास में लेकर ऐसे लोगों ने करीब 1000 करोड़ रुपये का निवेश करवाया था। पहले ये लोग एक-एक रुपये वापस करने की सौगंध खाते थे। अब मामले का पर्दाफाश होने व मुख्य आरोपित सुभाष शर्मा के दुबई भागने के बाद मुंह छिपा रहे हैं।
रिश्तेदारों को भी नहीं छोड़ा
बल्ह हलके के लोहारा के रहने वाले परस राम ने लगभग 200 लोगों का समूह बनाया था। इन सभी लोगों ने अपनी-अपनी टीम बनाने के लिए सबसे पहले रिश्तेदारों को निशाना बनाया। सबसे 75,000-75,000 रुपये की आइडी लगवाई। कोई रिश्तेदार अगर निवेश करने से मना करता था तो उसके कई चक्कर काटते थे।
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बल्ह, नाचन व सुंदरनगर विधानसभा क्षेत्र में सैकड़ों लोगों की जमीन का कीरतपुर-मनाली फोरलेन के लिए अधिग्रहण हुआ था। टमाटर से भी लाखों रुपये जेब में आए थे। आरोपित उसे क्रिप्टो व फारेक्स ट्रेडिंग में निवेश करवाते रहे।
फारेक्स ट्रेडिंग के चारों आरोपित न्यायिक हिरासत में भेजे
210 करोड़ रुपये की फारेक्स ट्रेडिंग धोखाधड़ी में गिरफ्तार किए गए केवल कृष्ण, जितेंद्र कुमार, चमन लाल व रमेश चंद की छह दिन की पुलिस रिमांड अवधि समाप्त होने पर शनिवार को विशेष जांच दल (एसआइटी) ने शिमला के विशेष न्यायालय में पेश किया। न्यायालय ने सभी आरोपितों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
2019 से 2022 तक चार क्रिप्टो करेंसी लांच की
सुभाष शर्मा ने अपने साथियों के साथ 2019 से 2022 तक चार क्रिप्टो करेंसी लांच की थी। 2019 में वह कोरवियो काइन योजना लेकर आया था। पंजाब व हिमाचल में इसके एक साथ चलाया था। 2021 में डीजीटी काइन, 2022 में हाईपैनेक्ट काइन व ए ग्लोबल काइन लांच किया था। इन सभी योजनाओं में निवेशकों को 2500 करोड़ रुपये से अधिक का चूना लगाया है।
केबीएन के निवेशकों को भी मिलता था विदेश का टुअर
केबीएन में 10 लाख रुपये से अधिक का निवेश करने या करवाने वाले एजेंटों को विदेश का टुअर मिलता था। आरोपित उन्हें थाइलैंड व गोवा घुमाने लेकर जाते थे। पिछले माह भी कई निवेशकों को भ्रमण पर लेकर गए थे।
पूर्व सैनिक के खुद के पैसे डूबे औरों के भी डुबोए
बल्ह हलके के घट्टा के रहने वाले एक पूर्व सैनिक के अपने पैसे तो डूबे ही दूसरों से निवेश करवा उनके लाखों रुपये डुबा दिए। उसने केबीएन में निवेश किया था। सैकड़ों लोगों से भी निवेश करवाया था। निवेशक अब पैसा मांग रहे हैं। पूर्व सैनिक अब घर में दुबक कर बैठ गया है। क्रिप्टो करेंसी व फारेक्स ट्रेडिंग में कार्रवाई होने के बाद अब केबीएन करेंसी वाले भी थानों के चक्कर काट रहे हैं।