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Shanan Power Project को लेकर हिमाचल और पंजाब में बढ़ सकती है रार, अगले साल खत्म हो रही लीज; जानें पूरा विवाद

Shanan Power Project के मालिकाना हक को लेकर हिमाचल व पंजाब सरकार में रार बढ़ने लगी है। जमीन की लीज समाप्त होने की घड़ी जैसे जैसे नजदीक आ रही है। हिमाचल सरकार प्रोजेक्ट वापस सौंपने की मांग कर रही है।

By hans raj sainiEdited By: MOHAMMAD AQIB KHANUpdated: Wed, 07 Jun 2023 06:48 PM (IST)
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Shanan Power Project को लेकर हिमाचल और पंजाब में बढ़ सकती है रार : जागरण

मंडी / जोगेंद्रनगर, जागरण संवाददाता: शानन पनविद्युत प्रोजेक्ट के मालिकाना हक को लेकर हिमाचल व पंजाब सरकार में रार बढ़ने लगी है। जमीन की लीज समाप्त होने की घड़ी जैसे जैसे नजदीक आ रही है। हिमाचल सरकार प्रोजेक्ट वापस सौंपने की मांग कर रही है। अपनी इस मांग को लेकर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पंजाब के मुख्यमंत्री व केंद्रीय ऊर्जा मंत्री के समक्ष अपना पक्ष रख चुके है। इसी बीच पंजाब सरकार ने शानन प्राेजेक्ट की मशीनरी के नवीनीकरण के लिए 200 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत कर हिमाचल सरकार की धुकधुकी बढ़ा दी है। पंजाब सरकार के इस कदम से तय है कि वह प्रोजेक्ट हिमाचल को सौंपने के लिए तैयार नहीं है।

पंजाब के ऊर्जा मंत्री ने किया था औचक निरीक्षण

गत माह पंजाब के ऊर्जा मंत्री भी शानन प्रोजेक्ट का औचक निरीक्षण कर गए थे। शानन प्रोजेक्ट की जमीन की लीज अवधि अगले वर्ष मार्च में समाप्त हो रही है। इस आधार पर हिमाचल सरकार ने प्रोजेक्ट को लेकर अभी से आवाज बुलंद करना शुरु कर दी है। 200 करोड़ रुपये का यह 2024 से 2026 के बीच प्रस्तावित योजना के तहत स्वीकृत किया गया है।

पावर हाउस के संपूर्ण जीर्णोद्धार के साथ आधुनिक मशीनरी स्थापित होगी। इससे विद्युत उत्पादन और पंजाब सरकार की आय बढ़ेगी। मंडी जिले के जाेगेंद्रनगर उपमंडल में स्थित 110 मेगावाट के शानन प्रोजेक्ट के आवासीय अभियंता सतीश कुमार ने बताया कि पावर हाउस के स्विचयार्ड व ट्रांसफार्मर के नवीनीकरण किया जा रहा है। अब करीब 200 करोड़ रुपये का बजट और स्वीकृत हुआ है। इससे प्रोजेक्ट का कायाकल्प होगा।

कभी लाहौर को रोशन करती थी प्रोजेक्ट की बिजली

प्रोजेक्ट में 1932 में बिजली उत्पादन शुरु हुआ था। देश के विभाजन से पहले इस प्रोजेक्ट से लाहौर को बिजली आपूर्ति होती थी। 1982 में प्रोजेक्ट का नवीनीकरण किया गया था। इससे उत्पादन क्षमता 60 से बढ़कर 110 मेगावाट हो गई थी।

इनका कहना है

99 साल की लीज अवधि समाप्त होने के बाद शानन प्रोजेक्ट हिमाचल के अधीन होगा। वह विधानसभा सत्र में भी इस मांग को उठा चुके हैं। केंद्र सरकार से शानन प्रोजेक्ट को हिमाचल को दिलाने के लिए वह निरंतर प्रयत्नशील हैं। -प्रकाश राणा, विधायक जोगेंद्रनगर

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