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हिमाचल में निर्माणाधीन और प्रस्तावित सुरंगों का होगा सुरक्षा ऑडिट, DMRC करेगा निरीक्षण; उत्तरकाशी हादसे के बाद हरकत में आया NHAI

हिमाचल प्रदेश में निर्माणाधीन व प्रस्तावित सुरंगों का दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) के विशेषज्ञों से निरीक्षण व ऑडिट करवाने का निर्णय लिया है। एनएचएआइ मुख्यालय ने सभी क्षेत्रीय अधिकारियों को सुरंगों का निरीक्षण करवाने के लिए पत्र लिखा है। सुरंगों का निरीक्षण दो स्तरीय होगा। प्रथम स्तर पर स्थानीय सुरंग विशेषज्ञ निरीक्षण व ऑडिट करेंगे। उसके बाद डीएमआरसी के विशेषज्ञ निरीक्षण कर अपनी रिपोर्ट एनएचएआइ मुख्यालय को सौंपेंगे।

By Jagran NewsEdited By: Himani SharmaUpdated: Thu, 30 Nov 2023 08:46 AM (IST)
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स्थानीय स्तर पर सुरंग विशेषज्ञों से भी निरीक्षण व ऑडिट करवाने के निर्देश (फाइल फोटो)
जागरण संवाददाता, मंडी। उत्तराखंड के सिलक्यारा सुरंग हादसे से सबक सीख भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) ने हिमाचल प्रदेश में निर्माणाधीन व प्रस्तावित सुरंगों का दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) के विशेषज्ञों से निरीक्षण व ऑडिट करवाने का निर्णय लिया है। एनएचएआइ मुख्यालय ने सभी क्षेत्रीय अधिकारियों को सुरंगों का निरीक्षण करवाने के लिए पत्र लिखा है।

सुरंगों का निरीक्षण दो स्तरीय होगा। प्रथम स्तर पर स्थानीय सुरंग विशेषज्ञ निरीक्षण व ऑडिट करेंगे। उसके बाद डीएमआरसी के विशेषज्ञ निरीक्षण कर अपनी रिपोर्ट एनएचएआइ मुख्यालय को सौंपेंगे। निरीक्षण में जो कमियां सामने आएंगी। एनएचएआइ उन्हें कंस्ट्रक्शन कंपनियों से दूर करवाएगी। कीरतपुर मनाली, पठानकोट मंडी, शिमला सोलन परवाणु फारलेन व रानीताल कांगड़ा बाईपास पर 24 सुरंगों का निर्माण हो रहा है।

कीरतपुर मनाली फोरलेन पर सात सुरंगें

कीरतपुर मनाली फोरलेन पर मंडी से टकोली के बीच सात सुरंगों का निर्माण हुआ है। इसमें नेरचौक पंडोह बाईपास पर 497 करोड़ रुपये की लागत से 2.3 किलोमीटर लंबी एक व पंडोह बाईपास से टकोली के बीच 11.7 किलोमीटर की छह सुरंगें शामिल हैं। इन सभी सुरंगों का प्रथम स्तर का निरीक्षण हो चुका है। निरीक्षण में सभी सुरंगों में व्यवस्था सही पाई गई है।

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शिमला सोलन परवाणु मार्ग पर बन रही 11 सुरंगें

शिमला बाईपास को मिलाकर शिमला सोलन परवाणु फोरलेन पर 11 सुरंगों का निर्माण होगा। सभी सुरंगों का काम अवार्ड हो चुका है। सोलन कैथली घाट अनुभाग में 59.85 करोड़ की लागत से 500 मीटर लंबी एक सुरंग का निर्माण हो रहा है। शिमला बाईपास 400.37 करोड़ की लागत से 1.9 किलोमीटर की दो सुरंगें बनेगी।

बाईपास पर ही 676.04 करोड़ की 3.2 किलोमीटर की तीन सुरंगें प्रस्तावित है। कैथलीघाट से शकराल गांव के बीच 400 करोड़ से 3.8 किलोमीटर की दो सुरंगें बन रही हैं। ढल्ली में 674.04 करोड़ रुपये की लागत से 6.4 किलोमीटर की तीन सुरंगें बनेगी।

रानीताल कांगड़ा बाईपास पर बन रही 600 मीटर लंबी सुरंग

रानीताल कांगड़ा बाईपास पर 110.25 करोड़ की लागत से 600 मीटर सुरंग का निर्माण कार्य प्रस्तावित है।

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पठानकोट मंडी फोरलेन पर बनेगी पांच सुरंगें

पठानकोट मंडी फोरलेन पर सियुणी में 163.64 करोड़ से 700 मीटर व 111.04 करोड़ से 600 मीटर लंबी सुरंग का निर्माण होगा। पंजाब हिमाचल सीमा पर सियुणी के समीप 290.62 करोड़ से 1200 मीटर की दो, पद्धर मंडी अनुभाग के बीच 820 करोड़ से 3.8 किलोमीटर की सुरंग का निर्माण होगा।

केंद्रीय सड़क,परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने निर्माणाधीन व प्रस्तावित सुरंगों का डीएमआरसी से निरीक्षण करवाने के आदेश दिए हैं। स्थानीय स्तर पर सुरंगों का निरीक्षण करवाया गया है। -वरुण चारी, परियोजना निदेशक एनएचएआइ मंडी

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