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Himachal Pradesh: कंगना के ताज की राह में विक्रमादित्य की विरासत, मतदाता किसे बनाएंगे मंडी का भविष्य; पढ़िए पूरा सियासी समीकरण

हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट हाई प्रोफाइल सीट है इस सीट पर देश की निगाहें टिकी रहेंगी। वहीं दोनों नेताओं के बीच मंडी की जनता मतदान के जरिए क्षेत्र का भविष्य निर्धारित करेगी। कंगना (Kangana Ranaut) को मोदी के नाम पर नैया पार लगने की उम्मीद है। वहीं विक्रमादित्य सिंह (Vikramaditya Singh) के पिता स्व. वीरभद्र सिंह और प्रतिभा सिंह की ये कर्मभूमि रही है।

By Jagran News Edited By: Deepak Saxena Published: Sat, 01 Jun 2024 03:30 PM (IST)Updated: Sat, 01 Jun 2024 03:30 PM (IST)
कंगना के ताज की राह में विक्रमादित्य की विरासत, मतदाता किसे बनाएंगे मंडी का भविष्य।

हंसराज सैनी, मंडी। हिमाचल के छह जिलों में फैला मंडी संसदीय क्षेत्र पर हर किसी की नजरें टिकी हैं। कांग्रेस की ओर से प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह और भाजपा की ओर से बालीवुड क्वीन कंगना रनौत मैदान में हैं। दोनों की जुबानी जंग हर जगह चर्चा में रही।

विक्रमादित्य सिंह के पिता पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह व सांसद माता प्रतिभा सिंह के नाम के साथ-साथ प्रदेश सरकार के 15 माह के कार्यकाल को गिनाते रहे। कंगना रनौत केंद्र की मोदी सरकार के नाम पर लोगों को विश्वास दिलाती रही कि जब तक मोदी हैं तब तक सनातन को कोई भी आंच नहीं आएगी। केंद्र की उपलब्धियों के साथ-साथ प्रदेश सरकार की गारंटियों पर भी कंगना ने खूब प्रहार किए। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कंगना को हर विधानसभा क्षेत्र में जनता से रूबरू करवाया।

कंगना को मोदी के नाम पर नैया पार लगने की उम्मीद है। यह संसदीय क्षेत्र विक्रमादित्य सिंह के पिता स्व. वीरभद्र सिंह और प्रतिभा सिंह की कर्मभूमि रही है। प्रतिभा सिंह यहां से सांसद हैं। विक्रमादित्य सिंह माता-पिता की विरासत बचाने के लिए संघर्षरत हैं। भाजपा आम चुनाव और कांग्रेस उपचुनाव का प्रदर्शन दोहराने को आतुर है।

2014 और 2019 के आम चुनाव में भाजपा ने बाजी मारी थी। 2021 के उपचुनाव में कांग्रेस ने विजय प्राप्त कर भाजपा को झटका दिया था। 1952 से अब तक 27 माह को छोड़ यहां का सांसद हमेशा सत्ता पक्ष में बैठा है। यहां की जनता सत्ता पक्ष के साथ देती आई है।

जोगेंद्रनगर में सर्वाधिक 103064 व लाहुल-स्पीति में सबसे कम 25967 मतदाता

जोगेंद्रनगर विधानसभा क्षेत्र में सर्वाधिक 103064 और लाहुल-स्पीति में सबसे कम 25967 मतदाता हैं। लाहुल-स्पीति विधानसभा क्षेत्र के टशीगंग में स्थित दुनिया के सबसे ऊंचे मतदान केंद्र में 62 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। मतदान प्रक्रिया संपन्न करवाने के लिए निर्वाचन आयोग ने 2213 मतदान केंद्र बनाए हैं।

10 प्रत्याशियों के भविष्य का होगा फैसला

मंडी संसदीय क्षेत्र में चुनाव क्षेत्र में 10 प्रत्याशी मैदान में हैं। भाजपा प्रत्याशी कंगना रनौत और कांग्रेस के विक्रमादित्य सिंह के अलावा आठ अन्य प्रत्याशी मैदान में हैं। अखिल भारतीय परिवार पार्टी के विनय कुमार, बहुजन समाज पार्टी के डा. प्रकाश चंद भारद्वाज, हिमाचल जनता पार्टी के महेश कुमार सैनी, राष्ट्रीय देवभूमि पार्टी के नरेंद्र कुमार, निर्दलीय सुभाष मोहन स्नेही, राखी गुप्ता, दिनेश कुमार भाटी और आशुतोष महंत की किस्मत का भी निर्णय होगा।

सर्वाधिक और कम ऊंचाई वाले मतदान केंद्र

लाहुल-स्पीति का टशीगंग मतदान केंद्र 15256 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। यहां 62 मतदाता हैं। मंडी सदर का भलेड सबसे कम 747 फीट की ऊंचाई पर है, यहां 329 मतदाता हैं।

सबसे अधिक व कम मतदाता वाले केंद्र

सुंदरनगर विधानसभा क्षेत्र के चौगान मतदान केंद्र में सर्वाधिक 1403 और किन्नौर हलके के का मतदान केंद्र में सबसे कम 16 मतदाता हैं।

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विक्रमादित्य को मिला प्रियंका गांधी का साथ

कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह ने अकेले मैदान में मोर्चा संभाल रखा। उन्होंने करीब 100 सभाएं की। उनके पक्ष में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने कुल्लू और सुंदरनगर में रैली की। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने द्रंग, बल्ह और सराज में तीन सभाएं की। मुख्यमंत्री सुक्खू ने मंडी, करसोग, भरमौर, लाहुल स्पीति, आनी और बंजार में सभाएं कर विक्रमादित्य सिंह के पक्ष में हवा बनाने का प्रयास किया। महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा और प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्ष प्रतिभा ने भी सभाएं की।

भाजपा के मुद्दे

  • सरदार पटेल विश्वविद्यालय मंडी का दायरा कम करना।
  • शिवधाम का काम बंद करना।
  • बल्ह में प्रस्तावित ग्रीन फील्ड हवाई अड्डे का काम ठंडे बस्ते में डालना।
  • आपदा में केंद्र से मिली धनराशि में बंदरबांट।
  • कांग्रेस द्वारा गारंटी के नाम पर महिलाओं से की गई ठगी।
  • राममंदिर, राष्ट्रहित और विश्वभर में बनी देश की छवि तथा पीएम मोदी के सशक्त नेतृत्व को मतदाताओं के समक्ष रखा।

कांग्रेस के मुद्दे

  • आपदा में केंद्र से कोई मदद न मिलना।
  • डबल इंजन की सरकार के समय हिमाचल की अनदेखी।
  • महंगाई, बेरोजगारी और जीएसटी का मुद्दा प्रमुखता से उठाया गया।
  • प्रदेश सरकार को षडयंत्र के तहत अस्थिर करने की बात को भी जमकर हवा दी।
  • धर्म के नाम पर लोगों को बांटने
  • भाजपा प्रत्याशी के खानपान को भी हथियार बनाकर रखा।

कंगना के पक्ष में मोदी, नड्डा, योगी और गडकरी ने की चुनावी सभा

कंगना रनौत के पक्ष में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंडी में चुनावी सभा की। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने नाचन, रामपुर और रिकांगपिओ में तीन सभा की। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कुल्लू और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने आनी व करसोग में जनसभा कीं। कंगना और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने 90 से अधिक चुनावी सभाएं सभी 17 विधानसभा क्षेत्रों में की।

इस बार 20वां सांसद चुनेगी मंडी की जनता

मंडी संसदीय क्षेत्र की जनता अपना 20वां सांसद चुनेगी। 1952 से 2021 तक हुए 19 आम, उपचुनाव और मध्यावधि चुनाव में कांग्रेस को 13,भाजपा को पांच और जनता पार्टी को एक बार जीत मिली है। भाजपा का खाता यहां पहली बार 1989 में खुला था। पांच राजघरानों के सदस्य इस संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।

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