Himachal News: हार के बाद मंथन में जुटे विक्रमादित्य, हर जोन में जाकर खुद करेंगे बैठक; बोले- जो बीत गया सो बीत गया...
लोकसभा चुनावों में हारने के बाद विक्रमादित्य सिंह (Vikramaditya Singh) मंथन में जुट गए हैं। उन्होंने कहा कि वह इस क्षेत्र में चुनाव प्रचार को ज्यादा समय नहीं दे पाए पर उन्हें उम्मीद थी कि उनकी अनुपस्थिति में पार्टी को यहां से लीड मिलेगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। लोकसभा चुनावों में शिमला ग्रामीण में पार्टी का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा इसका उन्हें दुख है।
जागरण संवाददाता, शिमला। लोकसभा चुनावों (Lok Sabha Election 2024) में शिमला ग्रामीण से लीड न मिलने के कारणों पर मंथन शुरू हो गया है। राज्य लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह शनिवार को ब्लॉक कांग्रेस कमेटी शिमला ग्रामीण की बैठक की।
उन्होंने कहा कि वह इस क्षेत्र में चुनाव प्रचार को ज्यादा समय नहीं दे पाए पर उन्हें उम्मीद थी कि उनकी अनुपस्थिति में पार्टी को यहां से लीड मिलेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। लोकसभा चुनावों में शिमला ग्रामीण में पार्टी का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा इसका उन्हें दुख है। उन्होंने कहा कि इसके क्या कारण रहें इसका सभी को आत्मचिंतन करना होगा।
सोच समझकर लेना होगा निर्णय: विक्रमादित्य सिंह
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि जो बीत गया सो बीत गया अब आगे ऐसा कुछ न हो इसके लिए हमें सोच विचार कर सही निर्णय लेना होगा। उन्होंने कहा कि जल्द ही इस क्षेत्र में बूथ कमेटियों का पुनर्गठन कर उन्हें सक्रिय किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वह सभी जोन में जाकर स्वयं पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठकें लेंगे। उन्होंने बैठक में उपस्थित सभी का आगामी नगर निकाय व पंचायती राज संस्थाओं के चुनावों के लिये पूरे तालमेल के साथ कमर कसने को कहा।प्रदेश के समग्र विकास को समर्पित: कांग्रेस नेता
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि वह प्रदेश के समग्र विकास के प्रति समर्पित है। उन्होंने सदैव विकास कार्यो को प्रमुखता दी है और आगे भी इसी प्रकार देंगे। उनके लिए राजनीति कोई पेशा नहीं है यह उनके लिए सेवा भाव का मार्ग है जो उन्हें उनके पिता प्रदेश के छह बार के मुख्यमंत्री स्व.वीरभद्र सिंह से विरासत के तौर पर मिला है।
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विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि पार्टी आलाकमान ने उन्हें मंडी संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ने का निर्देश दिया था। वह मजबूती से चुनाव लड़े भी, पर इसमें उन्हें सफलता नहीं मिली। उन्होंने कहा कि मंडी संसदीय क्षेत्र के साढ़े चार लाख से अधिक मतदाताओं ने उन्हें अपना मत दिया इसके लिए वह उनका आभार व्यक्त करते है।
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