Himachal News: शीतकालीन सत्र के लिए अगले हफ्ते होगी सर्वदलीय बैठक, विपक्षी नेताओं को भेजे जा रहे न्यौते; इन मुद्दों पर होगी चर्चा
धर्मशाला के तपोवन में 19 से 23 दिसंबर तक होने वाले शीतकालीन सत्र के लिए विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने 18 दिसंबर को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। इसमें नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर और सरकार की तरफ से संसदीय कार्यमंत्री हर्षवर्धन चौहान को न्योता दिया गया है। शीतकालीन सत्र के लिए अधिसूचना जारी होने के बाद पक्ष-विपक्ष के विधायकों की तरफ से सवाल पूछने का सिलसिला जारी है।
राज्य ब्यूरो, शिमला। धर्मशाला के तपोवन में 19 से 23 दिसंबर तक होने वाले शीतकालीन सत्र के लिए विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने 18 दिसंबर को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। इसमें नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर और सरकार की तरफ से संसदीय कार्यमंत्री हर्षवर्धन चौहान को न्योता दिया गया है। विधानसभा अध्यक्ष दोनों दलों से कार्यवाही के संचालन में सहयोग की अपील करेंगे ताकि सदन को सौहार्दपूर्ण तरीके से चलाया जा सके।
कांग्रेस व विपक्षी भाजपा विधायक दल की बैठक 18 दिसंबर को
शीतकालीन सत्र के लिए अधिसूचना जारी होने के बाद पक्ष-विपक्ष के विधायकों की तरफ से सवाल पूछने का सिलसिला जारी है। करीब 300 तारांकित व अतारांकित सवाल पूछे जा चुके हैं। विधायकों की तरफ से सवाल दोनों तरीकों यानी आनलाइन व लिखित माध्यम से पूछे जा रहे हैं। हालांकि अधिकतर सवालों को आनलाइन पूछा गया है। सत्र के लिए कांग्रेस व विपक्षी भाजपा विधायक दल की बैठक 18 दिसंबर को धर्मशाला में होने की संभावना है।
कांग्रेस की बैठक मुख्यमत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में होगी जबकि नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर विपक्षी दल की बैठक की अध्यक्षता करेंगे। इसमें सत्र के लिए दोनों दल अपनी रणनीति को अंतिम रूप देंगे। विधानसभा का शीतकालीन सत्र के हंगामापूर्ण रहने के आसार हैं।
इन मुद्दों पर होगी चर्चा
सत्र के दौरान पांच बैठकें होंगी तथा एक दिन (21 दिसंबर) गैर सरकारी सदस्य कार्य दिवस के लिए निर्धारित किया गया है। यह चौदहवीं विधानसभा का चतुर्थ सत्र होगा। सत्र के दौरान विपक्ष सरकार के एक वर्ष का कार्यकाल पूरा होने पर विभिन्न मुद्दों जैसे संस्थानों को बंद करने, कानून-व्यवस्था की स्थिति, प्राकृतिक आपदा के बाद प्रभावितों को मदद पहुंचाने, सड़कों की हालत, कर्ज लेने, खनन, शिक्षा व स्वास्थ्य, क्रिप्टो करेंसी धोखाधड़ी, क्रशर बंद करने सहित अन्य विषयों पर सवाल पूछ सकता हैं। सत्ता पक्ष भी विपक्ष को घेरने के लिए रणनीति तैयार करेगा। सभी मंत्रियों को विपक्ष के हर सवाल का तथ्यों के साथ जवाब देने को कहा जाएगा।